Maharashtra Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों पर 5 चरणों में वोटिंग होगी। अब तक पहले दो चरण में 13 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। इस बीच पीएम मोदी लगातार महाराष्ट्र में चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। वे अब तक आधा दर्जन सभाएं एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में कर चुके हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट, बीजेपी और एनसीपी अजीत पवार गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस, एनसीपी शरद गुट और शिवसेना यूबीटी का महाअघाड़ी गठबंधन साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा है। प्रदेश में पहले दो चरणों में कम वोटिंग देखने को मिली। इस बीच न्यूज 24 की एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का इंटरव्यू लिया। यहां पढ़ें पूरा इंटरव्यू-
सवाल- महाराष्ट्र में आपकी क्या स्थिति है कितनी सीटें जीत रहे हैं आप?
जवाब- हमारी पार्टी इस चुनाव में दो तिहाई से अधिक सीटें जीतेगी। इस चुनाव में दो-चार पार्टियां हमारे साथ है, दो-चार पार्टियां उनके साथ है। जो पार्टी मोदीजी के साथ खड़ी होगी लोग उनके समर्थन में वोट करेंगे।
सवाल- महाराष्ट्र में इस बार की राजनीतिक परिस्थितियां काफी बदली-बदली सी है क्या इस बार भी पिछली बार की तरह ही आप सीटें हासिल कर पाएंगे?
जवाब- हम इस चुनाव में पिछले टारगेट को पार करेंगे। पिछले बार के चुनाव में हमने 41 सीटें जीती थी। हमें पूरा विश्वास है कि हम पिछली बार का आंकड़ा पार करेंगे। मैं इस बात को लेकर आवश्स्त हूं कि इस बार 41 से ज्यादा सीटें जीतकर केंद्र में फिर से नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।
सवाल- दिल्ली में बातें हो रही हैं इस बार महाराष्ट्र में चुनाव काफी पेचीदा हो गया है, आपके लिए वास्तविकता में क्या चुनौती है?
जवाब- हम हर चुनाव को चुनौती के तौर पर लेते हैं। पिछले दिनों मोदीजी की रैलियों में जो भीड़ प्रदेश में उमड़ी है। उसे देखकर लग रहा है कि हमारे लिए यह चुनाव पिछले चुनावों से भी ज्यादा आसान है। पीएम मोदी पिछले 10 साल से देश के प्रधानमंत्री है। ऐसे में उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई एंटी इंकम्बेंसी नहीं है।
सवाल- अजीत पवार, अशोक चव्हाण के उपर ढेरों भ्रष्टाचार के केस थे लेकिन आपके साथ आने के बाद उनके उपर लगे आरोप भी वापस लिए गए हैं भाजपा को दूसरे दल के नेताओं की जरूरत क्यों है?
जवाब- भाजपा सरकार ने किसी भी नेता के खिलाफ चल रहे केस को वापस नहीं लिया है। जो लोग बरी हुए हैं वे न्यायालय से बरी हुए हैं। वहीं दूसरी बात रही इन नेताओं के भाजपा के साथ आने की तो हम किसी दल और नेता को अपने साथ में नहीं लाना चाहते हैं। उनकी ओर से ऑफर आने पर ही हम कदम उठाते हैं।
सवाल- अजीत पवार महायुति के साथ कैसे आए? आरोप लग रहे हैं कि अजीत को साथ लाने में भाजपा का योगदान है?
जवाब- अजीत पवार से पहले शरद पवार भाजपा के साथ आना चाहते थे। उन्होंने हमारे साथ बातचीत की पहल की। लेकिन जब बातचीत विफल हो गई और अजीत दादा ने पार्टी तोड़ दी तो उन्होंने अजीत दादा को विलेन घोषित कर दिया। अजीत दादा ने किसी के साथ विश्वासघात नहीं किया। जो किया वो शरद पवार ने किया। क्योंकि शरद पवार हमारे साथ नहीं आ पाए इसके पीछे सुप्रिया सुले वजह रही या कोई और ये तो वो ही बता पाएंगे।
सवाल-क्या शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े विलेन हैं?
जवाब- शरद पवार जी पिछले 40 साल से महाराष्ट्र में पार्टियों को जोड़ने और तोड़ने का काम कर रहे हैं। मैं उन्हें महाराष्ट्र की राजनीति का विलेन नहीं मानता हूं। लेकिन नई पार्टियां बनाने और तोड़ने में उन्हें महारत हासिल है।
सवाल- लोग कहते हैं बीजेपी की न दोस्ती अच्छी ना दुश्मनी भली… इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब- नहीं ऐसी बात नहीं है। ये जुमलेबाजी है। हम हमारे साथियों को सम्मान करते हैं। हमारे साथ महाराष्ट्र विधानसभा में 115 विधायक हैं। हम चाहते तो हमारी पार्टी का सीएम बनता, लेकिन हमनें हमारे साथियों का सम्मान करते हुए शिंदे को सीएम बनाया। फडणवीस ने कहा कि उद्धव के साथ हमारी मूल्यों की लड़ाई थी। इसलिए हमनें उनके साथ सरकार नहीं बनाने का फैसला किया।