Lok Sabha Chunav 2024: देश में जल्द ही लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) का ऐलान होने वाला है। खबरों की मानें तो आज दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग आम चुनावों की घोषणा कर सकता है। मगर चुनावी तारीख सामने आने से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने चुनावी प्रचार का आगाज काफी पहले कर दिया था। वहीं अब भाजपा का विजयरथ मध्यप्रदेश की कमजोर सीटों की तरफ मुड़ चुका है।
11 सीटों पर बढ़ा फोकस
देश की संसद में मध्यप्रदेश की 29 सीटें हैं। मगर 29 में से 11 सीटों पर भाजपा की स्थिति कमजोर मानी जा रही है। ऐसे में इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने पुख्ता रणनीति बना ली है। खबरों की मानें तो राज्य की सभी 11 सीटों पर पार्टी के दिग्गज नेता डेरा डालने की तैयारी में हैं। इस फेहरिस्त में मध्यप्रदेश की रतलाम, झाबुआ, धार, खरगोन, शहडोल, मंडला, छिंदवाड़ा और बैतूल जैसी सीटों का नाम शामिल है।
View this post on Instagram---विज्ञापन---
कमजोर सीटों पर पकड़ मजबूत करने की प्लानिंग
बता दें कि, 2019 के लोकसभा चुनावों में राज्य की 11 सीटों पर भाजपा को काफी कम वोट मिले थे। इनमें ज्यादातर सीटें आदिवासी बहुल्य क्षेत्रों की हैं। वैसे तो पिछले आम चुनावों में बीजेपी ने राज्य की 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की थी। मगर 11 सीटों पर बीजेपी के वोट प्रतिशत में कमी दर्ज की गई थी, जिसके कारण इस बार भाजपा ने अपना फोकस 11 सीटों पर केंद्रित कर लिया है।
मोदी-शाह उतरेंगे मैदान में
खबरों की मानें तो 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती हैं, जिसके चलते पार्टी ने इन 11 सीटों पर चुनाव प्रचार करने के लिए दिग्गज नेताओं की टोली बना ली है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक इन सीटों का दौरा कर सकते हैं। जाहिर है आगामी आम चुनावों में भाजपा ने ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा दिया है, जिसे हासिल करने के लिए बीजेपी कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहेगी।
बीजेपी बनाम कांग्रेस
2024 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो जहां अन्य राज्यों में बीजेपी की टक्कर कई रीजनल पार्टियों से होगी। वहीं मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने नजर आएंगी। दोनों ही पार्टियां चुनावों में जीत हासिल करने की जद्दोजहद में लगी हैं। बीजेपी ने ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा देने के अलावा ‘ऑपरेशन लोटस’ पर फोकस करना शुरू कर दिया है। तो राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से कांग्रेस की स्थिति मजबूत करने में जुटे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि 2024 के चुनावी नतीजों में कौन सी पार्टी जीत का परचम लहराती है और किसे हार से संतोष करना पड़ सकता है?