Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में अंतिम चरण की वोटिंग कल होगी। चार जून के नतीजों का लोगों में बेसब्री से इंतजार हैं। लेकिन नतीजों को लेकर सर्वे करने वालों और राजनीतिक विश्लेषकों की राय काफी अलग है। कम वोटिंग और लोगों की कम दिलचस्पी कई सवाल खड़े कर रही है। जानकार इसे पीएम मोदी और हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा वाली बीजेपी के लिए खतरा मान रहे हैं। शनिवार को वोटिंग के बाद चुनाव का दौर खत्म हो जाएगा। 4 जून को नतीजे शोर मचाएंगे। नतीजों के लिए पॉलिटिकल पार्टियां, सपोर्टर और एनालिस्ट ही नहीं, बल्कि फाइनेंशियल मार्केट एक्सपर्ट्स इंतजार कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ेगा। इससे पहले एनडीए ने 2019 में 543 में से 352 सीटें जीती थीं। अकेली बीजेपी 300 पार 303 सीटें ले गईं थी। बीजेपी को इस बार उम्मीद है कि वह पिछला रिकॉर्ड तोड़ देगी। इंडिया अलायंस भी सत्ता में आने का दावा कर रहा है। बरहाल रिजल्ट जो भी हो, उसका पता मंगलवार को लगेगा। लेकिन मार्केट और पॉलिटिकल एनालिस्ट 3 संभावित नतीजों को लेकर अपना अलग व्यू रख रहे हैं।
#Nifty – There would be volatility during the Election Period Results
But on charts , we can see that last week Nifty was trading around 22450 , but there was not panic in the streets
---विज्ञापन---Then Nifty went till 23k and then it corrected 500/550 Points
that’s a normal retracement… pic.twitter.com/TpabLaB9yQ
— CuriousInvestor (@arc1471) May 31, 2024
सट्टेबाजी बाजार ने अनुमान लगाया है कि बीजेपी का 400 पार का नारा सिरे नहीं चढ़ेगा। हां, पार्टी 300 से ज्यादा सीटें ले जाएगी। अगर बीजेपी पहले से मजबूत हुई, तो इक्विटी मार्केट और विकास समर्थक आर्थिक नीतियों में पहले के बजाय अधिक निवेश होगा। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी निवेश अधिक होगा। एनएसई निफ्टी और इंडेक्स एसएंडपी के लिए भी 4 से 5 फीसदी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये में कुछ मजबूती आई है। जो 83.32 से 82.80 पहुंचा है। बेंचमार्क बॉन्ड यील्ड में भी 7 से घटकर 6.90 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। अगर पीएम मोदी की वापसी होगी, तो मार्केट के लिए पॉजिटिव रिस्पॉन्स रहेगा। क्योंकि इससे राजनीतिक के साथ-साथ नीतिगत स्थिरता बनी रहेगी।
सीटें घटे और सरकार बीजेपी की बने तो…
अगर बीजेपी सरकार बनाए, लेकिन पहले से सीटें कम आए, तो कुछ समय तक बाजार उथल-पुथल रह सकता है। लेकिन बाद में स्थिति में सुधार हो जाएगा। विश्लेषक बताते हैं कि बाजार के हाल से लग रहा है कि बीजेपी और उसके सहयोगियों की सीटों में कमी हो सकती है। मौजूदा सरकार अगर 300 से नीचे रहती है, तो मार्केट में कुछ खास बदलाव नहीं होगा। रुपये और यील्ड बॉन्ड पर भी कुछ खास असर नहीं होगा।
इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो…
अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी, तो मार्केट में बिकवाली हो सकती है। मार्केट का फिलहाल रुझान बता रहा है कि राजनीतिक स्थिरता बनी रहेगा। अगर विपक्ष जीतता है, तो तीखी प्रतिक्रिया हो सकती है। लॉन्ग टर्म के हिसाब से नहीं कहा जा सकता कि क्या पॉजीटिव रहेगा, क्या नेगेटिव? लेकिन अगर शॉर्ट टर्म पॉलिसी पर कोई भी असर पड़ा, तो इसे नेगेटिव के तौर पर ही देखा जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो बेंचमार्क शेयर इंडेक्स में 10 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। शेयरों में 15 से 20 फीसदी तक कमी हो सकती है। ऐसी स्थिति में आरबीआई भी रुपये में गिरावट को लेकर अपना दखल दे सकता है। बॉन्ड में फॉरिन आउट फ्लो की स्थिति भी बन सकती है। जिससे 10-15 बेसिस पॉइंट बढ़ सकते हैं।