Lok Sabha Election 2024 Nitish Kumar News : देश में इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीति बना ली है। इस बार चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। इससे पहले इंडिया गठबंधन में संयोजक और प्रधानमंत्री फेस को लेकर खींचतान चल रही है। विपक्षी दलों की अबतक 4 संयुक्त बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक न तो संयोजक का चुनाव हो सका और न ही पीएम फेस का। अब बड़ा सवाल उठता है कि इंडिया गठबंधन के रथ पर कौन बैठेगा?
लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन का रथ तैयार हो गया है। इसके लिए घोड़े भी तैयार हैं, लेकिन अभी यह तय नहीं हो पाया है कि सारथी कौन होगा? यानी इंडिया गठबंधन के संजोयक कौन होंगे? इसके लिए नीतीश कुमार के नाम पर चर्चा तेज है। जेडीयू के सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि बुधवार को इंडिया गठबंधन की एक ऑनलाइन बैठक होने वाली है, जिसमें नीतीश कुमार को संयोजक चुन लिया जाएगा। सिर्फ नीतीश कुमार ऐसे अकेले नेता नहीं हैं, जो इंडिया गठबंधन का संयोजक बनना चाहते हैं।
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अन्य नेताओं के नामों पर चल रही चर्चा
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में पीएम फेस के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, जिस पर नीतीश कुमार और लालू यादव ने नाराजगी जताई थी। हालांकि, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पक्ष में थे। पिछले दिनों शिवसेना यूटीबी ने भी उद्धव ठाकरे को चेहरा बनने की मांग थी। ऐसे में गठबंधन के संयोजक के लिए नीतीश कुमार के साथ-साथ राहुल गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल के नामों पर भी चर्चाएं चल रही हैं। इन्हीं में से किसी एक नेता को संयोजक नियुक्त किया जा सकता है।
नीतीश कुमार की दावेदारी क्यों है मजबूत?
इंडिया गठबंधन के लिए नीतीश की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट किया था। पिछले दिनों उन्होंने ललन सिंह को हटाकर अपनी पार्टी जेडीयू में अपनी पकड़ मजबूत की। ऐसा करने उन्होंने संकेत दे दिया है कि वे अब राष्ट्रीय स्तर की राजनीति के लिए तैयार हैं। अब उनका मकसद इंडिया गठबंधन के सहारे प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल होना है। बाकी नेताओं के मुकाबले उनकी स्वीकार्यता ज्यादा नजर आ रही है, क्योंकि उनके पास राजनीति का लंबा अनुभव, पिछड़े वर्ग से आना, बिहार के सीएम और केंद्र में रेल मंत्री के पद पर भी काम अनुभव है। गठबंधन में शायद ही ऐसा कोई नेता है, जिन्हें नीतीश कुमार को संयोजक बनने पर आपत्ति होगी।