Siddaramaiah vs DK Shivakumar: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के भीतर चल रही सियासी रार अब खुल सबके सामने आ गई है. दरअसल, मुख्यमंत्री को बदलने की अटकलें लंबे समय से सोशल मीडिया पर छाई हुई थी. इस बीच आज कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच चल रही टकरार ने एक नया मोड़ ले लिया.
सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है और साथ ही कार्यकाल के बाद कथित पावर शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच अंदरूनी तनाव भी साफ दिखाई देने लगा है.
सीएम सिद्धारमैया ने दिया शिवकुमार को जवाब
दरअसल, राजनीति गलियारों में लंबे समय से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि शिवकुमार के हालिया संकेतों पर कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया का कोई बयान नहीं आएगा, लेकिन इस बीच आज सीएम सिद्धारमैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट कर सभी को चौंका दिया है. उन्होंने अपने पोस्ट में बिना किसी का नाम लिए कई संदेश भी दिए हैं.
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ‘एक शब्द तब तक ताकत नहीं है जब तक वह लोगों के लिए दुनिया को बेहतर न बनाए.’
सिद्धारमैया ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे कहा, ‘यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि शक्ति स्कीम ने हमारे राज्य की महिलाओं को 600 करोड़ से ज़्यादा फ़्री ट्रिप दी हैं. सरकार बनने के पहले महीने से ही, हमने अपनी गारंटी को एक्शन में बदला; बातों में नहीं.
✅ शक्ति – 600 करोड़ से ज़्यादा फ़्री ट्रिप, कामकाजी महिलाओं को सम्मान और मोबिलिटी वापस दिलाना.
✅ गृह लक्ष्मी – 1.24 करोड़ महिलाओं के नेतृत्व वाले परिवारों को मजबूत बनाना.
✅ युवा निधि – 3 लाख+ युवाओं को सुरक्षा और उम्मीद के साथ सपोर्ट.
✅ अन्न भाग्य 2.0 – 4.08 करोड़ नागरिकों के लिए फ़ूड सिक्योरिटी.
✅ गृह ज्योति – 1.64 करोड़ परिवारों के लिए फ़्री बिजली.
सिद्धारमैया ने कहा, ‘अपने पहले कार्यकाल (2013–18) में उन्होंने 165 में से 157 वादे पूरे किए थे, यानी 95% से अधिक. इस बार भी 593 में से 243 से अधिक वादों को पूरा किया जा चुका है और बाकी सभी वादों को भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ निभाया जाएगा. जनता का जनादेश एक पल के लिए नहीं, बल्कि पूरे पांच साल की जिम्मेदारी है. कांग्रेस पार्टी दया, निरंतरता और साहस के साथ जो कहती है, वह पूरा करती है. शब्द तब तक शक्ति नहीं है जब तक वह लोगों के लिए दुनिया को बेहतर न बना दे.’
डीके शिवकुमार ने कही थी ये बात
सिद्धारमैया का यह पोस्ट राजनीतिक रूप से डीके शिवकुमार के उस पोस्ट के जवाब में माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने शब्द की ताकत और वादे निभाने की राजनीति का हवाला दिया था. डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बिना लाग-लपेट कहा था, “शब्द की शक्ति ही विश्व की शक्ति है. दुनिया में सबसे बड़ी ताकत है अपना वादा निभाना. चाहे कोई जज हो, राष्ट्रपति हो या वे खुद, हर किसी को कहा हुआ निभाना चाहिए, क्योंकि असली ताकत उसी में है.”










