रिपोर्ट: अमर देव पासवान। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा इलाके में मातम पसरा हुआ है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में झालदा के लाल मनीष रंजन शहीद हो गए। मनीष आईबी में ऑफिसर थे और फिलहाल हैदराबाद में पोस्टेड थे। वो अपने परिवार के साथ पहलगाम घूमने गए थे जहां आतंकियों ने उनकी जान ले ली। उनकी शहादत की खबर मिलते ही उनके परिजनों और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मनीष की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए गुरुवार को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक झालदा बंद रहेगा।
आतंकी हमले में गंवाई जान
मनीष रंजन जो केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (IB) में तैनात थे, हाल ही में अपने परिवार संग कश्मीर के पहलगाम घूमने गए थे। साथ में उनके माता-पिता, दो भाई और उनके परिजन भी थे। लेकिन यह सफर कभी न भूलने वाला हादसा बन गया। आतंकी हमले में मनीष की मौके पर ही मौत हो गई। उनके बाकी परिजन बीच रास्ते से ही वापस लौट आए। झालदा के वार्ड नंबर 5 के रहने वाले मनीष हर किसी के चहेते थे। लोग बताते हैं कि मनीष हमेशा सबके सुख-दुख में शामिल रहते थे, जरूरतमंदों की मदद के लिए सबसे पहले खड़े होते थे। उनकी मौत ने सिर्फ उनके परिवार को ही नहीं, पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मनीष के माता-पिता, पत्नी और भाई बेहद टूट चुके हैं। मनीष की पत्नी और बच्चा भी इस हमले के दौरान साथ में थे। खबर मिलते ही परिवार के सभी सदस्य रोते-बिलखते पुरुलिया के झालदा वापस लौट आए। आंखों में आंसू और दिल में गम लिए अब सब उनकी अंतिम यात्रा की तैयारी कर रहे हैं।
नेताओं और प्रशासन का दौरा
मनीष की शहादत की खबर लगते ही इलाके में नेताओं और अफसरों का आना-जाना लगा रहा। पुरुलिया के एसपी अभिजीत बनर्जी खुद मनीष के घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने जानकारी दी कि गुरुवार को मनीष का पार्थिव शरीर पहुंचेगा और पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
झालदा रहेगा 12 घंटे बंद
मनीष की अंतिम विदाई को लेकर स्थानीय लोगों ने गुरुवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक झालदा बंद रखने का ऐलान किया है। सभी दुकानदार, व्यापारी और स्थानीय निवासी इस बंद में स्वेच्छा से शामिल हो रहे हैं। लोग मनीष को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ने की तैयारी कर रहे हैं।