Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में आज विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 23 लाख 27 हजार वोटर्स शामिल होंगे। ये 24 सीटें जम्मू-कश्मीर के 7 जिलों में है। पहले चरण में 35 हजार से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडित भी वोट डाल सकेंगे। ये सभी कश्मीरी विस्थापित अलग-अलग राज्यों में रह रहे हैं। कश्मीरी पंडितों के लिए दिल्ली में 24 स्पेशल बूथ बनाए गए हैं।
बता दें कि पहले चरण में 24 में से 8 सीटें जम्मू डिवीजन और 16 सीटें कश्मीर घाटी में हैं। जम्मू-कश्मीर में 2014 के बाद 2024 में विधानसभा चुनाव हो रहा है। कश्मीर में 2019 में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद पहला चुनाव है। 2014 में पीडीपी और बीजेपी ने गठबंधन करके सरकार बनाई थी लेकिन 3 साल बाद ही बीजेपी ने गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।
#WATCH | Jammu and Kashmir: Voting underway for the 1st phase of Assembly elections; visuals from a polling station in Doda
National Conference has fielded Khalid Najib from the Doda seat, BJP has fielded Gajay Singh Rana, Congress fielded Sheikh Riaz and Democratic Progressive… pic.twitter.com/ivFC9shU9A
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 18, 2024
पहले चरण की हाॅट सीटें
बिजबेहरा- यह सीट मुफ्ती परिवार की परंपरागत सीट रही हैं। इस सीट से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती चुनाव लड़ रही हैं। इल्तिजा का मुकाबला एनसी के बशीर अहमद शाह से होना है। 37 साल की इल्तिजा परिवार की साख बचाने के लिए मैदान में उतरी हैं। इल्तिजा का राजनीतिक डेब्यू तब हो रहा है जब पीडीपी के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही जब महबूबा को नजरबंद किया गया था तब इल्तिजा ही थी जो सरकार और बीजेपी के खिलाफ झंडा बुलंद किए हुए थी। फिलहाल उनके कंधों पर मुफ्ती परिवार की उम्मीदें टिकी हैं।
किश्तवाड़- जम्मू संभाग में आने वाली किश्तवाड़ सीट भी भाजपा उम्मीदवार शगुन परिहार की वजह से चर्चा में है। शगुन के पिता और चाचा की मौत आतंकी हमले में चली गई थी। भाजपा शगुन को इस चुनाव में आतंक के दंश के तौर पर पेश कर रही है। शगुन के चाचा अनिल परिहार जम्मू कश्मीर भाजपा के सचिव थे। 6 साल पहले 2018 में उनकी शगुन के पिता अजीत परिहार के साथ हत्या कर दी गई थी। शगुन का इस सीट पर एनसी के सज्जाद अहमद और पीडीपी के फिरदौस अहमद से मुकाबला होना है।
कुलगाम- माकपा के वरिष्ठ नेता मुहम्मद यूसुफ तारिगामी का मुकाबला प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के समर्थन वाले उम्मीदवार सयार अहमद रेशी से है।
त्राल- इस सीट से दो सिख उम्मीदवारों ने मुकाबले को रोचक बना दिया है। इस सीट से कांग्रेस के सुरिंदर सिंह चन्नी और एनआईपी से डाॅ. हरबख्श सिंह आमने-सामने हैं। यहां सिख और मुस्लिम उम्मीदवारों में वोट बंटने से मुकाबला काफी दिलचस्प होगा।
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पुलवामा- पुलवामा में पीडीपी के वहीद पारा को खलील बंद से कड़ी टक्कर मिल रही है। जो पहले इसी पार्टी में थे। अब वे नेशनल काॅन्फ्रेंस के टिकट पर मैदान में हैं। जिससे इस सीट पर मुकाबला कड़ा हो गया है।