जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज लगातार दूसरे दिन वक्फ बिल को हंगामा हुआ। नेशनल काॅन्फ्रेंस के विधायक कानून पर चर्चा की मांग को लेकर अड़े हैं। इसके बाद प्रस्ताव का भाजपा के विधायकों ने विरोध किया। बीजेपी और नेशनल काॅन्फ्रेंस के विधायकों बीच नोकझोंक हुई। इस दौरान पीडीपी के विधायक भी उलझ गए। हंगामे के बीच स्पीकर सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया।
पहले दिन हुई थी धक्का-मुक्की
इससे एक दिन पहले कांग्रेस विधायक इरफान अहमद लोन और बीजेपी विधायक सतीश शर्मा के बीच धक्का-मुक्की हुई। बिल के विरोध लिखे नारों के कागज भी फाड़ दिए गए थे। बता दें आज दूसरे दिन पीडीपी और अवामी इत्तेहाद पार्टी समेत विपक्षी दलों ने वक्फ पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया था। जिसे नियम 58 के तहत अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। पीडीपी विधायक वहीद पारा ने इसको लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद स्पीकर ने मार्शलों को बुलाकर उन्हें सदन से बाहर निकलवा दिया। स्पीकर ने कहा कि नियम 58 के अनुसार अदालत में विचाराधीन किसी भी विधेयक पर चर्चा नहीं की जाएगी।
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सीएम अब्दुल्ला पर भी साधा निशाना
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए पीडीपी विधायक वहीद पारा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि जम्मू-कश्मीर एक मुस्लिम बहुल राज्य है। अगर पूरे भारत में मुस्लिम सीएम कहीं है तो वह जम्मू-कश्मीर में है। पूरे देश के 24 करोड़ मुस्लिम देख रहे हैं।
पारा ने आगे कहा कि इतिहास हमेशा हमारे साथ न्याय करेगा। पीडीपी विधायक ने सीएम अमर अब्दुल्ला की केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री का स्वागत रेड कारपेट पर करने को लेकर भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमारे कब्रिस्तानों, मस्जिदों और अन्य जगहों पर दावा किया गया है। बता दें कि किरेन रिजिजू सोमवार को श्रीनगर पहुंचे थे जहां सीएम उमर अब्दुल्ला ने उनका स्वागत किया था।
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