Poonch Police Attach Properties of Terrorists: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को पुंछ जिले में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुंछ पुलिस ने आतंकियों की 14.8 कनाल जमीन पर फैली चार संपत्तियों को कुर्क कर लिया है, जिसकी कीमत 28 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। यह संपत्ति पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय तीन आतंकियों से जुड़ी है। पुलिस के इस कदम को केंद्रशासित प्रदेश में आतंकवाद के इकोसिस्टम को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
इन तीन आतंकियों की संपत्ति हुई कुर्क
पुलिस ने बताया कि जिन तीन आतंकियों की संपत्ति कुर्क की गई है उनमें से दो पुंछ जिले के किरणी गांव के तहसील हवेली के हैं। इनमें नजब दीन, पुत्र मोहम्मद और मोहम्मद लतीफ, पुत्र मोहम्मद का नाम शामिल है, जबकि तीसरा आतंकी कस्बा गांव का निवासी है। तीसरे आतंकी की पहचान मोहम्मद बशीर उर्फ टिक्का खान, पुत्र बहादुर अली के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि किरणी गांव के नजब दीन और मोहम्मद लतीफ और कस्बा के मोहम्मद बशीर उर्फ टिक्का खान पहले ही सीमा पार भाग चुके थे और वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने, शांति भंग करने तथा सामाजिक सद्भाव को खतरे में डालने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे।
कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई 2022 में पुलिस थाने पुंछ में दर्ज एफआईआर संख्या 202/2022 से संबंधित सीआरपीसी की धारा 82/83 के तहत एक मामले के संबंध में अदालत के आदेश के अनुपालन में की गई है। उन्होंने कहा कि यह कदम सामाजिक सद्भाव को बाधित करने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की पुलिस की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। अधिकारी ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई पुलिस टीम ने राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर की। पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शफकत हुसैन ने कहा कि पुलिस आतंकवाद को जड़ से खत्म करने और क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता सुनिश्चित करने के अपने संकल्प पर अडिग है।
इन पुलिसकर्मियों ने कुर्की को दिया अंजाम
कुर्की की कार्रवाई डीएसपी मुख्यालय पुंछ नीरज शर्मा, एसएचओ पुलिस स्टेशन पुंछ इंस्पेक्टर राशिद और नायब तहसीलदार पुंछ के नेतृत्व में राजस्व अधिकारियों के साथ पुलिस टीम द्वारा की गई। इस कार्रवाई को कस्बा और किरणी गांवों के स्थानीय निवासियों ने देखा।
क्या है कुर्की का मतलब?
कुर्की का मतलब है कि आतंकियों की संपत्ति पर अब सरकार का अधिकार होगा और वो इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इससे आतंकियों और उनके सहयोगियों को आर्थिक रूप से कमजोर करने में मदद मिलेगी।