Jaipur Mumbai Train Firing: जयपुर-मुबंई एक्सप्रेस में आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन सिंह ने कुछ दिनों पहले अपने सीनियर एएसआई और 3 यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरपीएफ और जीआरपी फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। इस बीच निलंबित काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। उज्जैन के 45 वर्षीय वाहिद खान ने आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं चेतन ने उनको आतंकवादी करार देने की धमकी दी थी।
चेतन के व्यवहार से परेशान होकर वाहिद ने उज्जैन के जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद चेतन का स्थानांतरण गुजरात के भावनगर कर दिया गया। वाहिद ने बताया कि चेतन से उसकी मुलाकात 2016 में हुई। उस दौरान वह उज्जैन आरपीएफ के डाॅग स्कवाड में तैनात था। वह भी अपना ऑटो उज्जैन रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ा करते थे। उन्होंने बताया कि एक दिन चेतन ने मुझे देखा और मेरा नाम पूछा। इसके बाद जब भी वह मुझे देखता तो दूर के स्थानों पर ले जाता। इतना ही नहीं वह टैक्सी का किराया भी नहीं देता था।
मुझे देशद्रोही और आतंकवादी कहा
वाहिद ने बताया कि 2017 में वह अपनी बेटी को स्कूल से लाने के लिए रेलवे स्टेशन से निकल रहे थे। तभी वह ऑटो के सामने आ गया और कहीं चलने के लिए कहा। मैंने मना किया तो उसने मुझे देशद्रोही और आतंकवादी कहा। उसने कहा कि तुम्हारी असली जगह जेल में है। उन्होंने बताया कि एक बार रेलवे गार्ड में कार्यरत में एक कर्मचारी ने उन्हें दुकान से चश्मा बनवाकर लाने के लिए कहा था। वह चश्मा देने अंदर गए। लेकिन लौटते वक्त चेतन ने उन्हें रोक लिया और परेशान करने लगा। उसने कहा कि मेरी गतिविधियां संदिग्ध है। मैं गलत मकसद से प्लेटफाॅर्म पर घूम रहा था। वह मुझे घसीटकर आरपीएफ स्टेशन ले गया और वहां 1 घंटे तक बैठाकर गालियां देता रहा।
शिकायत के बाद परेशान करना किया बंद
ऑटो चालक ने बताया कि चेतन की हरकतों से परेशान होकर उसने उज्जैन के आरपीएफ अधिकारियों, रेलवे के रतलाम मंडल के अधिकारियों से शिकायत की। शिकायतों के बाद उसने परेशान करना बंद कर दिया। हालांकि इसके बाद वाहिद ने उसे कभी कहीं नहीं देखा। वहीं इस मामले में आरपीएफ के एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि सीआईबी इस मामले की जांच कर रही थी। इसलिए उस पर कार्रवाई भी की गई। कुछ समय के लिए उसे केरल भेज दिया गया। फिर भावनगर स्थानांतरित कर दिया गया।