ISRO Chief Suffering From Stomach Cancer: चंद्रयान, सूर्ययान मिशन को सफल बनाकर अंतरिक्ष की दुनिया में भारत का नाम चमकाने वाले ISRO चीफ सोमनाथ कैंसर से जूझ रहे हैं। इसका खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में किया। उन्होंने बताया कि वे पेट के कैंसर (Stomach Cancer) की बीमारी का इलाज करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कैंसर होने की पुष्टि उस दिन हुई, जिस दिन सूर्ययान Aditya-L1 लॉन्च हुआ था। वे सर्जरी करा चुके हैं। कीमोथेरेपी भी हो चुकी है और अब उनकी दवाइयां चल रही हैं और रिकवरी कर रहे हैं।
Bharat is blessed to have such Gritty & Dedicated Scientists!
ISRO Chief S Somnath was diagnosed with cancer on the day Bharat’s Aditya-L1 mission launched into space, which didn’t stop him from going ahead with his duties.
---विज्ञापन---He has undergone regular checkups & scans and now is… pic.twitter.com/4M1cX4vgyk
— BhikuMhatre (Modi’s Family) (@MumbaichaDon) March 4, 2024
चंद्रयान की लॉन्चिंग के समय से खराब थी तबियत
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख डॉ सोमनाथ ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग के दिनों से हेल्थ प्रॉब्लम्स हो रही थीं। सूर्य मिशन की लॉन्चिंग के दौरान भी उनकी तबियत ठीक नहीं थी। ज्यादा दिक्कत थी, इसलिए उन्होंने पेट का स्कैन कराया। स्कैनिंग रिपोर्ट में डॉक्टर ने कैंसर होने का शक जताया। इसके बाद वे बीमारी को कंफर्म करने के लिए चेन्नई चले गए। वहां टेस्ट कराने पर उन्हे कंफर्म हुआ कि वे जेनेटिकली पेट के कैंसर से जूझ रहे हैं और सर्जरी करानी पड़ेगी।
#ISRO chief #SSomanath was diagnosed with cancer on #AdityaL1 launch day; ‘now cured’, he sayshttps://t.co/24uQYbjI29 pic.twitter.com/JqUwn2NMYa
— Hindustan Times (@htTweets) March 4, 2024
रेगुलर चेकअप और दवाइयां चल रहीं
इसरो चीफ ने बताया कि जब उन्हें कैंसर होने की पुष्टि हुई तो परिवार परेशान हो गया। कैंसर होने की बात ऑफिस तक पहुंच गई थी, लेकिन उन्होंने सभी को समझाया और थोड़ा ब्रेक लेकर सर्जरी कराई। हालांकि अभी वे ठीक महसूस कर रहे हैं, लेकिन कैंसर की बीमारी का इलाज लंबा है। सिर्फ 4 दिन अस्पताल में रहा। 5वें दिन ऑफिस आ गया था। घबराने की जरूरत नहीं है। रेगुलर चैकअप करा रहा हूं। दवाइयां चल रही हैं। परिवार ने एक हेल्पर भी 24 घंटे के लिए साथ बांध दिया है। अभी गगनयान मिशन की तैयारियों की व्यस्त हूं। सभी मिशन पूरे करके ही दम लूंगा।