---विज्ञापन---

देश

IndiGo संकट जारी… छठवें दिन भी 350 से ज्यादा उड़ानें रद्द, आज शाम तक रिफंड का आदेश

लगातार छठवें दिन इंडिगो की फ्लाइट रद्द हुई हैं। देश के प्रमुख एयरपोर्ट पर अफरा तफरी का माहौल है। वहीं यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने आज शाम तक यात्रियों का रिफंड करने का आदेश भी दिया है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Author Edited By : Raghav Tiwari
Updated: Dec 7, 2025 14:22
IndiGo crisis

IndiGo Crisis: देश में IndiGo विमानों का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार छठवें दिन इंडिगो की फ्लाइट्स कैंसल हुईं हैं। रविवार को देशभर में 350 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हुईं। जबकि पिछले दिन यानी शनिवार को 800 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं थीं। वहीं केंद्र सरकार ने रविवार रात 8 बजे तक सभी यात्रियों का रिफंड देने का आदेश दिया है।

रविवार को कोलकाता, दिल्ली बेंगलुरू आदि एयरपोर्ट पर इंडिगो की फ्लाइट रद्द रहीं। हालांकि इंडिगो सकंट के चलते यात्रियों ने एयरपोर्ट का रुख करना कम कर दिया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन के जवाबदेह प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: IndiGo के यात्रियों के लिए बड़ी खबर, आज स्पाइसजेट चलाएगा 22 एक्स्ट्रा फ्लाइट, एअर इंडिया का भी ऐलान

महानिदेशालय ने पत्र में कहा कि आपको इस नोटिस की प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया जाता है कि उल्लंघनों के लिए विमान नियमों और नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत आपके विरुद्ध उचित प्रवर्तन कार्रवाई क्यों न शुरू की जाए। निर्धारित अवधि के भीतर जवाब प्रस्तुत न करने पर मामले का एकपक्षीय निर्णय लिया जाएगा।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: IndiGo Crisis : एयरलाइंस नहीं बेच पाएंगी महंगी टिकट, सरकार ने लगाई कैपिंग, जानें- कहां का कितना किराया

इसके अलावा सरकार ने इकोनॉमी क्लास के हवाई किराए पर कैप लगाने का फैसला लिया। सरकार ने विमान कंपनियों के मनमाने किराए पर रोक लगाई है। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया। कहा कि सार्वजनिक हितों की रक्षा का एकमात्र तरीका मूल्य नियंत्रण है। एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मुझे खुशी है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय आखिरकार जागा है और उसने इकोनॉमी क्लास के किरायों पर सीमा लगा दी है। जब तक एयरलाइन क्षेत्र में एकाधिकार बना रहेगा, इकोनॉमी क्लास के किरायों पर सीमा लागू रहनी चाहिए। जब तक कड़ी प्रतिस्पर्धा न हो, जनहित की रक्षा का एकमात्र उपाय कीमतों पर नियंत्रण है। अधिकांश यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

First published on: Dec 07, 2025 01:49 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.