Indian Army Terrorist Encounter AI Plan: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के कैरी बट्टल इलाके में सेना की एंबुलेंस पर आतंकियों ने फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना ने 3 आतंकियों का मार गिराया। 27 घंटे चली मुठभेड़ के बाद आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिला। भारतीय सेना के मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि आतंकियों को ढेर करने के लिए AI टेक्नोलॉजी और ह्यूमन लैस व्हीकल का इस्तेमाल किया गया।
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में पहली बार सेना ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया, ताकि आतंकियों की पिन पॉइंट लोकेशन को ट्रैक किया जा सके। सेना ने इस ऑपरेशन के दौरान जितने भी सर्विलांस इक्विपमेंट लगाए हुए थे, करीब 40 ड्रोन इस्तेमाल किए थे, वे सभी अपनी-अपनी फीड दे रहे थे। सारी फीड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब में आ रही थी और इस फीड के जरिए ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिदम ट्रैक करके आतंकियों की पिन पॉइंट लोकेशन पता चली, जिसे ट्रेस करके जवानों ने उन्हें ढेर कर दिया।
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27 घंटे बाद खत्म हुआ एनकाउंटर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के अखनूर में आतंकियों के खिलाफ एनकाउंटर 27 घंटे चला। सोमवार सुबह शुरू हुई मुठभेड़ मंगलवार रात करीब 10 बजे खत्म हुई। इन 27 घंटों में सेना के जवानों ने LoC के पास भट्टल इलाके के जंगल में 3 आतंकियों को मार गिराया। सोमवार को एक आतंकी का शव मिला। मंगलवार को 2 और आतंकियों की डेडबॉडी रिकवर की गई। ऑपरेशन चलाया गया, क्योंकि सोमवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे आतंकियों ने सेना की एंबुलेंस पर फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना के जवानों ने ऑपरेशन चलाया। इस मुठभेड़ में सेना का K9 फैंटम डॉग शहीद हुआ।
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15 दिन में 5 आतंकी हमले
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 7 दिन में जम्मू कश्मीर में 5 आतंकी हमले हो चुके हैं। इन हमलों में 3 जवान शहीद हुए और 8 आम नागरिक मारे गए। 16 अक्टूबर को शोपियां में आतंकियों ने प्रवासी युवक की गोली मारकर हत्या की थी। 20 अक्टूबर को गांदरबल के सोनमर्ग में कश्मीर के डॉक्टर, MP के इंजीनियर और पंजाब-बिहार के 5 मजदूरों पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर के आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। 24 अक्टूबर को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के बटगुंड इलाके में एक मजदूर पर आतंकियों ने फायरिंग की थी। 24 अक्टूबर को बारामूला में आतंकिया ने सेना की गाड़ी पर हमला किया था। इस हमले की जिम्मेदारी PAFF ने ली थी। उसके बाद सोमवार सुबह 28 अक्टूबर ने आतंकियों ने अखनूर ने सेना की एंबुलेंस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की।
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