भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच शनिवार शाम 5 बजे से सीजफायर लागू हो गया है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी को ट्रोल किया जाने लगा है। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ विक्रम मिसरी ऑपरेशन सिंदूर की आवाज बनकर सामने आए थे। उन्होंने इस तनावपूर्ण स्थिति में भारत की स्थिति को स्पष्ट किया।
समर्थन में उतरे असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘विक्रम मिसरी एक सभ्य और ईमानदार मेहनती राजनयिक हैं, जो हमारे देश के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं। हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं, यह याद रखना चाहिए और उन्हें कार्यपालिका या वतन ए अजीज चलाने वाले किसी भी राजनीतिक नेतृत्व की ओर से लिए गए निर्णयों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।’
Mr Vikram Misri is a decent and an Honest Hard working Diplomat working tirelessly for our Nation.
Our Civil Servants work under the Executive this must be remembered & they shouldn’t be blamed for the decisions taken by The Executive /or any Political leadership running Watan E… https://t.co/yfM3ygfiyt— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 11, 2025
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समर्थन में उतरे अखिलेश यादव, पूछा- केंद्र चुप क्यों?
असदुद्दीन ओवैसी के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी विदेश सचिव विक्रम मिस्री के समर्थन में उतरे। विदेश सचिव और उनके परिवार की ट्रोलिंग पर अखिलेश ने इस मामले को संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इस मामले में केंद्र चुप क्यों है?
क्या कहा अखिलेश यादव ने?
सपा प्रमुख ने कहा, ‘निर्णय तो सरकार का होता है; किसी अधिकारी का नहीं। ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के खिलाफ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं, लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर ऐसी अवांछित पोस्ट करनेवालों के खिलाफ किसी कार्रवाई की बात कर रहा है। ऐसी पोस्ट और बयानों से, दिन-रात एक करके देश के लिए समर्पित रहनेवाले सत्यनिष्ठ अधिकारियों का मनोबल टूटता है।’
भाजपा पर साधा निशाना
उन्होंने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘कहीं ऐसा तो नहीं कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी और नाकामयाबी के लिए किसी और की ओर ध्यान भटकाकर खुद बचना चाह रही हो। भाजपा सरकार से हमारी खुली मांग है कि इन सबकी तुरंत गहरी जांच हो और इनके सोशल मीडिया एकाउंट्स और बैंक खाते से लेकर ई-पेमेंट के सभी एकाउंट्स का पूरा ब्यौरा निकाला जाए। आज ही, तुरंत, तत्काल अभी ही ईडी, सीबीआई, साइबर सिक्योरिटी व अन्य जांच एजेंसियों को असली काम पर लगाया जाए और पता किया जाए कि इनके पीछे कौन सी ताकतें काम कर रही हैं और ये राष्ट्र विरोधी लोग किस विदेशी ताकतों से पैसा लेकर देश में अमन-चैन-शांति को भंग करना चाहते हैं।’
निर्णय तो सरकार का होता है; किसी अधिकारी का नहीं।
ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा… pic.twitter.com/scIUETtX1e
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 11, 2025
क्रम मिस्री ने अपना X अकाउंट प्राइवेट किया
बता दें कि 7 मई को पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारत का पक्ष रखा था। 10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने की जानकारी भी उन्होंने दी। इसके बाद सोशल मीडिया के तमाम यूजर्स उनके पोस्ट्स पर ऑनलाइन एब्यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें शेयर हो रही थीं। तंग आकर विक्रम मिस्री ने अपना X अकाउंट प्राइवेट कर लिया है। इसका मतलब है कि केवल वेरिफाइड यूजर्स ही उनका अकाउंट देख सकते हैं या उनके पोस्ट्स पर कोई कमेंट कर सकते हैं।