तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित गुलजार हाउस में भीषण आग हादसा हुआ। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कई लोग घायल हो गए हैं, जिनका अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस अग्निकांड में जान गंवाने वाले 17 लोगों की पहचान हो गई है। पुलिस की तरफ से मरने वाले 17 लोगों की उम्र, जेंडर और नाम की सूची जारी कर दी गई है। हादसे को लेकर पीएम मोदी और सीएम रेवंत रेड्डी ने शोक जताया है। वहीं, इस बीच अग्निकांड में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रहे TDRFS (तेलंगाना डिजास्टर रिस्पॉन्स और फायर सर्विस) की तरफ से इस पूरे हादसे को लेकर प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
#WATCH | Hyderabad | Telangana Disaster Response and Fire Services DG, Y Nagi Reddy, says, “There was a fire incident in Krishna Pearls shop and the residential complex in Gulzar House area. The Fire department received the call at 6:16 am and dispatched 11 fire engines with… pic.twitter.com/eexYZeGake
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) May 18, 2025
एक मिनट में रवाना हुई 11 दमकल गाड़ियां
TDRF के डायरेक्टर जनरल वाई नागी रेड्डी ने कहा कि कृष्णा पर्ल्स की दुकान और गुलजार हाउस एरिया में रेजिडेंशियल कैंपस में आग लग गई। फायर डिपार्टमेंट को रविवार सुबह 6:16 बजे फोन आया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर 6:17 बजे तक पर्याप्त कर्मचारियों के साथ 11 दमकल गाड़ियों को भेजा गया। फायर डिपार्टमेंट ने लोगों को बचाने के लिए श्वास ऑपरेटर और ऑक्सीजन मास्क का इस्तेमाल किया। जानकारी के अनुसार इस हादसे में 17 लोग नहीं बच पाए।
यह भी पढ़ें: कैसा है विंग कमांडर व्योमिका सिंह का ससुराल? पति हैं पायलट
‘फायर डिपार्टमेंट की तरफ से कोई कमी नहीं’
वाई नागी रेड्डी ने आगे कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि बिल्डिंग में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। आग से लड़ने और लोगों को बचाने में फायर डिपार्टमेंट की तरफ से कोई कमी नहीं थी। इमारत में सुरंग की तरह केवल दो मीटर का एक प्रवेश द्वार था। पहली और दूसरी मंजिल तक पहुंचने के लिए केवल एक मीटर की सीढ़ी थी। इससे बचाव अभियान बहुत मुश्किल हो गया। सुबह 9 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। हादसे के दौरान कुल 21 लोग इमारत के अंदर थे। धुएं में सांस लेने के कारण लोगों की मौत हुई है। किसी को भी जलने के कारण चोट नहीं आई है।