Home Insurance importance for Earthquakes and Floods: हाल ही में दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे शहर अक्सर बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं में न सिर्फ लोगों की जान जाती है बल्कि पाई-पाई जोड़कर बनाया गया उनका घर भी तबाह हो सकता है। ऐसे में घर की सुरक्षा के लिए होम इंश्योरेंस एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
कब मिलता है होम इंश्योरेंस?
Tata AIG जनरल इंश्योरेंस के SVP अमरीश दुबे का कहना है कि होम इंश्योरेंस एक व्यापक पॉलिसी है, जिसके तहत न सिर्फ घर बल्कि घर में रखी चीजों की भी कीमत मिलती है। होम इंश्योरेंस में प्राकृतिक आपदाओं के अलावा कंस्ट्रक्शन से जुड़े डैमेज भी कवर किए जाते हैं।
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मैन मेड डैमेज पर भी मिलता है मुआवजा
पॉलिसीबाजार डॉट कॉम में होम इंश्योरेंस के बिजनेस हेड अश्विनी दुबे का कहना है कि बेंगलुरु में मेट्रो रेल निर्माण के दौरान आस-पास की कई इमारतों में दरारें आ गई थीं। ऐसे में अगर घरों ने अपना होम इंश्योरेंस करवाया होगा और उनकी संपत्ति के दस्तावेज कानूनी रूप से सही होंगे, तो उन्हें बीमा जरूर मिलेगा।
क्या है शर्त?
हालांकि कई लोग डैमेज होने के बाद घर का होम इंश्योरेंस करवाते हैं। मगर ज्यादातर बीमा पॉलिसी पूर्व में हुए नुकसान पर लागू नहीं होती हैं। इसलिए बीमा का लाभ उठाने के लिए डैमेज के दौरान होम इंश्योरेंस का होना बेहद जरूरी है।
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घर में मौजूद चीजों की भी मिलेगी कीमत
घर के अलावा लोग अपने घर में रखी बेशकीमती चीजों का भी इंश्योरेंस करवा सकते हैं। इसके लिए होम इंश्योरेंस पॉलिसी करवाते हुए ‘कंटेंट कवर’ को अलग से एक्टिव करवाना पड़ता है। इसके तहत घर के फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स, क्लोथिंग और उपकरण के डैमेज भी कवर किए जाएंगे। साथ ही कीमती गहने, पेंटिंग्स समेत कई चीजों को इसमें कवर किया जाता है।
कैसे मिलता है इंश्योरेंस का पैसा?
होम इंश्योरेंस का दावा करने के लिए कंपनी को जल्द से जल्द सूचित करना पड़ता है। इसके लिए जरूरी दस्तावेज जमा कराने पड़ते हैं। होम इंश्योरेंस पॉलिसी में लिखी प्रक्रिया के तहत कंपनी जरूरी कदम उठाती है। सारी फॉर्मेलिटीज पूरी होने के बाद होम इंश्योरेंस का पैसा लोगों को दे दिया जाता है।
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