पणजी: भारत के G20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि देश को साल 2030 तक दोपहिया और तिपहिया वाहनों को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए। वह पणजी में भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के तहत चल रही चौथी ऊर्जा परिवर्तन कार्य समूह की बैठक में बोल रहे थे।
एक नीति ढांचे की जरूरत
अमिताभ कांत ने आगे कहा कि हमें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक नीति ढांचे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत को यह लक्ष्य रखना चाहिए कि 2030 तक उसका 65 प्रतिशत सरकारी सार्वजनिक परिवहन इलेक्ट्रिक हो।
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नीति समर्थन और सक्षमकर्ता विषय पर कार्यक्रम
दरअसल, पणजी में नीति आयोग द्वारा ‘भारत की इलेक्ट्रिक गतिशीलता में तेजी लाने के लिए नीति समर्थन और सक्षमकर्ता’ विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में अमिताभ कांत ने कहा कि जब भारत शहरीकरण करता है, तो हमारा शहरीकरण कॉम्पैक्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल मरती हुई टेक्नोलॉजी हैं। वैश्विक स्तर पर, इलेक्ट्रिक कार बाजार 10 मिलियन (एक करोड़) के आंकड़े तक पहुंच गया है।
चार्जिंग बुनियादी ढांचे का निर्माण करना चुनौती
अमिताभ कांत ने कहा कि ईवी में कस्बों और गांवों में एक मजबूत चार्जिंग बुनियादी ढांचे का निर्माण करना चुनौती है। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मैन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्री का 49 प्रतिशत है और आठ से नौ प्रतिशत रोजगार देता है।