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‘पीएम मोदी ने चुप रहने के लिए कहा और…’, पुलवामा हमले के बाद सत्यपाल मलिक ने सरकार पर लगाए थे ये बड़े आरोप

जम्मू-कश्मीर और गोवा के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। अपने कार्यकाल के दौरान पुलवामा हमले, भ्रष्टाचार और किसान आंदोलन पर दिए बयानों से सत्यपाल मलिक चर्चा में रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुप रहने का दबाव डालने का आरोप लगाया था और राम माधव सहित बीजेपी नेताओं पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Avinash Tiwari Updated: Aug 5, 2025 14:41
satypal Malik
सत्यपाल मालिक (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

जम्मू-कश्मीर और गोवा के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। सत्यपाल मलिक बीजेपी से जुड़े हुए थे और कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे। हालांकि पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी पर सीधे बड़ा आरोप लगाकर उन्होंने हलचल मचा दी थी।

पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी पर आरोप

पुलवामा हमले के दौरान सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2019 में हुआ पुलवामा हमला सिस्टम की ‘अक्षमता’ और ‘लापरवाही’ का नतीजा था। उन्होंने इस हमले के लिए CRPF और गृह मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि CRPF ने सरकार से विमान उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन उन्हें इसकी सुविधा नहीं दी गई।

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पुलवामा के बाद सरकार पर बड़ा आरोप

सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी बड़ा आरोप लगाया था। एक इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि पुलवामा हमले के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया था, तब वह जिम कॉर्बेट पार्क में थे। मलिक ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे चुप रहने और कुछ न बोलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि मुझे तभी लग गया था कि सरकार इसका ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ना चाहती है और इसका चुनावों में फायदा लेना चाहती है। उन्होंने सवाल उठाया था कि पाकिस्तान से 300 किलोग्राम RDX लेकर आया ट्रक 10 से 15 दिनों तक जम्मू-कश्मीर में घूमता रहा, लेकिन एजेंसियों को इसकी भनक नहीं लगी?

किसान आंदोलन के बाद बिगड़ बीजेपी के साथ रिश्ते

इतना ही नहीं, उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर पीएम मोदी पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। मलिक ने प्रधानमंत्री पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। साल 2022 में जब सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल थे, तब उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर ऐसा बयान दिया था कि बीजेपी के साथ उनके रिश्ते बिगड़ गए। उन्होंने कहा था कि दिल्ली की सीमाओं पर 700 किसान मर गए, कुत्ता भी मरता है तो दर्द होता है, लेकिन किसानों के लिए संवेदना की एक चिट्ठी दिल्ली से नहीं आई। मलिक के इस बयान का विपक्षी दलों ने फायदा उठाया और सरकार को घेरना शुरू कर दिया।

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अस्पताल से किया था ट्वीट

वहीं, भ्रष्टाचार के आरोप सत्यपाल मलिक पर भी लगे, जिनकी जांच चल रही थी। जब वह इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे, तब भी उन्होंने कहा था कि “मैं पिछले लगभग 2 सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हूं और अभी दो दिन पहले मोदी सरकार की एजेंसी CBI ने मेरे ऊपर चार्जशीट दाखिल की है। राजनीतिक जीवन में पूर्णतः ईमानदार रहा हूं। इस चार्जशीट से डरने वाला नहीं हूं।”

उन्होंने लिखा था कि “जिस चार्जशीट में मुझे फंसाया जा रहा है, उस टेंडर के बारे में मैंने खुद प्रधानमंत्री मोदी जी को बताया था कि इसमें भ्रष्टाचार है, इसलिए मैंने उसे कैंसिल कर दिया था और ये टेंडर दोबारा मेरे तबादले के बाद हुआ है। मोदीजी और CBI देशवासियों को बताएं कि मैंने जिस भ्रष्टाचार के बारे में आपको बताया था, उसकी जांच कहां तक पहुंची?”

बीजेपी नेता पर भी बड़े आरोप

सत्यपाल मलिक ने अपने इंटरव्यू में बीजेपी नेता राम माधव पर भी बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि राम माधव एक दिन सुबह सात बजे आए और कहा कि एक पनबिजली परियोजना और रिलायंस की एक बीमा योजना को मंजूरी देने के बदले उन्हें 300 करोड़ रुपए मिल सकते हैं। मलिक ने बताया कि मैंने इसे खारिज कर दिया और कह दिया कि मैं ऐसा गलत काम नहीं कर सकता।

First published on: Aug 05, 2025 02:41 PM

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