आतंकवाद का समर्थन करने वाले पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने और भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए केंद्र सरकार 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेज रही है। प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों की यात्रा करेंगे। इन प्रतिनिधिमंडलों को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के खिलाफ अहम तथ्यों से अवगत करा रहे हैं।
TMC सांसद अभिषेक बनर्जी भी हुए शामिल
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विभिन्न देशों को भारत के रुख से अवगत कराने के लिए विदेश यात्रा पर जा रहे 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से 3 को मंगलवार को संबंधित जानकारी दी। जद(यू) के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और द्रमुक की कनिमोझी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने ‘ब्रीफिंग’ में भाग लिया, जिसमें उन्हें उनके एजेंडे और उसके महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी गई। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी इस बैठक में भाग लिया, जिन्हें अंतिम समय में प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है। दरअसल, टीएमसी ने अपने सांसद यूसुफ पठान को सरकार द्वारा चुने जाने को ‘एकतरफा’ फैसला बताया था और इसका विरोध किया था।
डेलिगेशन को दी गई ये जानकारी
- सभी सांसद विदेशों में अपनी बातचीत में इस बात पर जोर देंगे कि लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी।
- पाकिस्तान आर्मी द्वारा आतंकवादियों का पक्ष लिए जाने की वजह से बढ़ी बात।
- भारत शांतिप्रिय देश है, लेकिन अगर कोई ताकत हमारी अखंडता को चुनौती देता है तो हम उसका जवाब जरूर देंगे।
बीफ्रिंग के बाद क्या बोले सांसद?
विदेश सचिव की ब्रीफिंग के बाद सपा सांसद राजीव राय ने कहा कि पहलगाम से लेकर संघर्ष विराम तक क्या-क्या हुआ और पाकिस्तान किस तरह से इसमें शामिल था, हम क्या उम्मीद करते हैं, इन सभी पर चर्चा हुई। हमें पाकिस्तान को बेनकाब करना है और सबको इस बात की जानकारी देना है कि भारत कभी भी पाकिस्तान, उनकी सेना या उनके लोगों के खिलाफ नहीं था। हमने आतंकवादी शिविरों पर हमला किया। हम राष्ट्र के प्रतिनिधि के रूप में जा रहे हैं। अगर राष्ट्र रहेगा, तभी पार्टी और राजनीति रहेगी।
हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ: अहलूवालिया
वहीं, भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया ने कहा कि अलग-अलग बातें फैलाई जा रही हैं। पाकिस्तान दुनिया भर में झूठ फैला रहा है। यह एक राष्ट्र और सभी दलों के प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे दूसरे देशों में जाएं और वहां के नेताओं, व्यापार समुदाय और बुद्धिजीवियों से मिलें और उन्हें बताएं कि वास्तव में वहां क्या हुआ था। भारत का हमेशा से यह रुख रहा है कि यह लड़ाई आम नागरिकों के खिलाफ नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है।
‘ब्रीफिंग हमारी यात्राओं के लिए उपयोगी साबित होगी’
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि कल हमारा समूह यूएई और पश्चिम अफ्रीका के लिए रवाना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी 7 प्रतिनिधिमंडल अपने देश का पक्ष रखने के लिए अलग-अलग देशों के लिए रवाना हो रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने सभी समूहों को ब्रीफिंग की और भारत पर पिछले आतंकवादी हमलों के बारे में जानकारी दी। यह ब्रीफिंग हमारी यात्राओं के लिए उपयोगी साबित होगी। हम अन्य देशों को इस बारे में जागरूक करेंगे कि भारत पिछले कई सालों से पाकिस्तान और आतंकवाद के हाथों क्या झेल रहा है। विदेश मंत्रालय हर समूह को डोजियर मुहैया कराएगा।
देश की सुरक्षा की बात आती है, तो हम एकजुट हैं: अशोक मित्तल
आप सांसद डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने कहा कि ब्रीफिंग का मूल विचार यह जानना था कि हमें वहां क्या करना है या क्या नहीं करना है, हमें किससे मिलना है, हमें क्या सावधानियां बरतनी हैं और हमें भारत का पक्ष किस तरह प्रभावशाली ढंग से पेश करना है। विदेश सचिव ने हमें विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने हमारे सवालों के जवाब दिए ताकि जब हम बाहर जाएं तो भारत का पक्ष प्रभावशाली ढंग से पेश कर सकें। डोजियर का विवरण तैयार किया जा रहा है, यह हमें प्रदान किया जाएगा। जब हम भारत से बाहर होते हैं तो हम एकजुट होते हैं। जब देश की सुरक्षा की बात आती है, तो हम एकजुट होते हैं। जब देश के सम्मान की बात आती है, तो हम एकजुट होते हैं। इस बारे में कभी कोई संदेह नहीं था।