प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीनी ऐप घोटाले के मास्टरमाइंड रोहित विज को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। ED ने रोहित के दिल्ली में उससे जुड़े करीब 5 ठिकानों पर छापेमारी भी की है। इन जगहों से टीम ने कुछ संदिग्ध दस्तावेजों को कब्जे में लिया है। दावा है कि रोहित विज की गिरफ्तारी से 903 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है।
ED, Hqrs. Office, New Delhi has arrested Rohit Vij one of the master minds in a Chinese App investment fraud case on 30.06.2025 and has subsequently conducted searches at 5 premises in Delhi connected with Rohit Vij, his business entities and associates under the provisions of…
---विज्ञापन---— ED (@dir_ed) July 4, 2025
जानिए पूरा मामला
यह जांच साल 2022 में साइबर क्राइम थाना, हैदराबाद में दर्ज एक एफआईआर के आधार पर शुरू हुई थी। इसमें बताया गया था कि कुछ चीनी नागरिकों ने भारतीय सहयोगियों के साथ मिलकर ‘LOXAM’ नाम की एक फर्जी निवेश ऐप बनाई, जो एक फ्रेंच कंपनी के नाम पर लोगों को झांसा देती थी और बहुत ज्यादा रिटर्न का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठती थी।
पैसे की हेराफेरी कैसे हुई?
ED की जांच में सामने आया कि धोखाधड़ी से जुटाया गया पैसा पहले एक शेल कंपनी M/s Xindai Technologies Pvt. Ltd. के खाते में जमा हुआ। इस कंपनी को एक भारतीय के नाम पर बनाया गया था, लेकिन इसके पीछे एक चीनी नागरिक Mr. Jack था, जो इंटरनेट बैंकिंग की जानकारी लेकर पैसे को 38 फर्जी खातों में भेजता था। इसके बाद ये पैसे रोहित विज और उसके साथियों की मदद से दो फर्जी मनी चेंजर कंपनियों M/s Ranjan Money Corp Pvt. Ltd और M/s KDS Forex Pvt. Ltd. के जरिए अमेरिकी डॉलर (USD) और यूएई दिरहम (AED) में बदले जाते थे। इसके बाद हवाला के जरिए चीन भेज दिए जाते थे।
171.47 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग
ED की जांच में सामने आया कि सिर्फ M/s Xindai Technologies के जरिए 171.47 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग की गई। लेकिन Ranjan Moneycorp और KDS Forex जैसी कंपनियों के खातों की जांच में सामने आया कि रोहित विज ने 7 महीनों में कुल 903 करोड़ का ऐसा ही संदिग्ध पैसा विदेशी मुद्रा में बदला है। रोहित विज को 30 जून 2025 को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने उसे 5 दिन की ED हिरासत में भेजा है। मामले की जांच अभी जारी है।