नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर भूकंप आया है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने राष्ट्रीय राजधानी में 2.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया है। शाम 16:42 बजे दिल्ली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप का केंद्र पश्चिमी दिल्ली में था।
इससे पहले कल रात को भी भूकंप के काफी तेज झटके महसूस किए गए थे। मंगलवार रात को काफी देर तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।मंगलवार रात आए भूकंप के वक्त काफी देर तक धरती हिलती रही थी। बता दें कि मंगलवार रात 10:17 बजे दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन से 156 किलोमीटर गहराई में अफगानिस्तान का फायजाबाद था।
झटकों के बाद, दिल्ली अग्निशमन सेवा को जामिया नगर, कालकाजी और शाहदरा इलाकों में झुकी हुई इमारतों और इमारतों में दरारें दिखने के बारे में कॉल प्राप्त हुए।
क्यों आता है भूकंप?
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, पृथ्वी के अंदर 7 प्लेटलेट्स हैं। यह प्लेटलेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जिस जगह पर प्लेटलेट्स टकराते है उसे फॉल्ट लाइन कहा जाता है। इस टकराव की वजह से इन प्लेटलेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं। इसके अलावा अधिक दबाव के कारण यह प्लेटलेट्स टूटने भी लग जाती हैं। प्लेटलेट्स टूटने के काण पैदा हुई ऊर्जा बाहर निकलने लगती है। इस कारण से पैदा होने वाली तनाव से ही भूकंप आता है।