Delhi Metro Khalistan Slogans Case: जहां एक ओर दिल्ली में G20 समिट की तैयारियां जोरों पर हैं, तो वहीं दूसरी ओर राजधानी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। बीते दिनों दिल्ली में 5 से अधिक मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक स्लोगन लिख दिए गए। इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल के अनुसार, महत्वपूर्ण बात यह है कि स्लोगन 26 अगस्त की शाम को लिखे गए और मामले को बिना किसी विशेष इनपुट के पांच दिनों से भी कम समय में हल कर लिया गया।
#WATCH | Pro-Khalistan graffiti and slogans on the walls of more than 5 metro stations in Delhi | HGS Dhaliwal, Special CP, Delhi Police Special Cell says, "…The important thing is that the graffiti was painted on the evening of 26th August and the matter was solved in less… pic.twitter.com/4bvQ2u6Fj0
— ANI (@ANI) August 31, 2023
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धालीवाल ने आगे कहा- दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। आरोपी प्रीतपाल सिंह को फरीदकोट से पकड़ा गया है जबकि उसका साथी राजविंदर भी इसी जगह का ही रहने वाला है। प्रीतपाल एक साल से अधिक समय से सोशल मीडिया के जरिए गुरपतवंत सिंह पन्नू के संपर्क में था। पन्नू ने उससे वादा किया था कि 7000 डॉलर दिए जाएंगे। इसके लिए उसे पहले ही 3500 डॉलर मिल चुके थे। उसने प्रीतपाल को अलग से 1 लाख रुपये भी भेजे क्योंकि उसके घर पर कोई बीमार था।
बिना इनपुट हासिल की सफलता
धालीवाल ने कहा कि हमने बिना किसी इनपुट और हिंट के ही ब्लाइंड केस को खोलने में कामयाब रहे हैं। प्रीतपाल पन्नू से एक साल से ज्यादा टच में था। वह फेसबुक और सिग्नल एप से संपर्क में था। वैसे प्रीतपाल नौकरी भी करता है, लेकिन इसके मन में लालच आ गया। इनको लगातार निर्देश दिए जा रहे थे। इन्होंने वेस्टर्न यूनियन से मनी ट्रांसफर किया था। इन्होंने पंजाब के बरनाला से पेंट लिया और पंजाब मेल से दिल्ली आए थे। इन्हें लग रहा था कि ये इतना बड़ा मामला नहीं होगा और आसानी से निकल जाएंगे। हालांकि धालीवाल ने कहा कि ग्रैफिटी बनने की संभावना हमेशा बनी रहती है क्योंकि हर बिल्डिंग सिक्योरिटी से कवर नहीं किया जा सकता।
इससे पहले सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए वीडियो जारी किया था। पन्नू ने इस वीडियो के जरिए दिल्ली मेट्रो-स्टेशनों पर खालिस्तानी समर्थकों की तरफ से नारे लिखने की बात कही थी।