दीपक दुबे, नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी के चर्चित राष्ट्रमंडल खेल (CWG) घोटाला मामले में दिल्ली कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुनाया। 2010 राष्ट्र मंडल खेलों से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर केस को बंद कर दिया है। कॉमन वेल्थ घोटाला मामले में ईडी ने क्लोजर रिपोर्ट सोमवार को दाखिल की। इसके साथ ही ईडी की क्लोजर रिपोर्ट को कोर्ट की मंजूरी भी मिल गई है। कोर्ट ने आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कलमाडी और तत्कालीन महासचिव ललित भनोट और अन्य के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की क्लोजर रिपोर्ट को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया।
सालों से चल रही जांच पर लगा विराम
दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रमंडल खेल 2010 (CWG) से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच को औपचारिक रूप से बंद कर दिया है। अदालत ने संघीय एजेंसी द्वारा पेश की गई क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है, जिससे वर्षों से चल रही जांच पर विराम लग गया है। क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार किए जाने से कथित घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला खत्म हो गया है, जो कथित तौर पर 15 साल पहले 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुआ था। इस मामले की जांच ED द्वारा की जा रही थी, जिसे बंद होने में 13 साल लग गए।
दिल्ली कोर्ट ने क्या कहा?
दिल्ली कोर्ट के विशेष न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने कहा कि सीबीआई ने भ्रष्टाचार का मामला पहले ही बंद कर दिया था, जिसके आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की और रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया। इस रिपोर्ट में सीडब्लूजी ओसी के तत्कालीन सीओओ विजय कुमार गौतम, उसके तत्कालीन कोषाध्यक्ष एके मट्टो, स्विटजरलैंड की इवेंट नॉलेज सर्विस (ईकेएस) और सीईओ क्रेग गॉर्डन मेलाचे का भी नाम शामिल है।
जज ने क्या कहा?
जज ने कहा कि ईडी का कहना है कि उसकी जांच के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग का कोई अपराध नहीं पाया गया।। जज ने कहा, ‘चूंकि जांच के दौरान अभियोजन पक्ष पीएमएलए की धारा 3 (धन शोधन) के तहत कोई अपराध साबित करने में विफल रहा है। ईडी द्वारा विवेकपूर्ण जांच के बावजूद, पीएमएलए की धारा 3 के तहत कोई अपराध नहीं पाया गया है, इसलिए वर्तमान ईसीआईआर को जारी रखने का कोई कारण नहीं है, परिणामस्वरूप ईडी द्वारा दायर क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार की जाती है। उन्होंने कहा कि एकमात्र मनी लॉन्ड्रिंग जांच सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के आधार पर ईडी द्वारा शुरू की गई थी।
2010 में आयोजित हुए थे राष्ट्रमंडल खेल
बता दें कि राष्ट्रमंडल खेल (CWG) 3 से 14 अक्टूबर 2010 तक दिल्ली में आयोजित हुए थे। आयोजन से पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों के मुख्य स्थल जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के पास नवनिर्मित पैदल यात्री पुल के ढहने की खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गई थी। इस आयोजन ने दिल्ली की सूरत बदल दी थी, लेकिन शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था। शहर के सौंदर्यीकरण और खेल प्रबंधन का हर पहलू, स्ट्रीट लाइटिंग को बेहतर बनाने से लेकर स्टेडियमों के जीर्णोद्धार तक, कुप्रबंधन और अनियमितताओं के आरोपों से घिरा हुआ था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कम से कम 19 एफआईआर दर्ज की थीं। लेकिन पिछले 15 सालों में किसी भी मामले में ‘घोटाले’ की जिम्मेदारी तय नहीं कर पाया।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘आज, ईडी ने तथाकथित राष्ट्रमंडल खेलों के घोटाले पर क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की। सालों से भाजपा इकोसिस्टम ने 2जी, राष्ट्रमंडल खेलों, रॉबर्ट वाड्रा और कोयले जैसे मुद्दों पर कांग्रेस को बदनाम करने के लिए झूठ का इस्तेमाल किया। सच्चाई सामने है और उनके झूठ खंडहर में पड़े हैं। ये मामले कभी न्याय के बारे में नहीं थे; वे राजनीतिक उत्पीड़न, तथ्यों की तुलना में सुर्खियों और अपनी खुद की विफलताओं से ध्यान हटाने के बारे में थे। इन गढ़े गए मामलों का पतन न केवल एक कानूनी जीत है, बल्कि यह भाजपा की झूठी कहानी की राजनीति का नैतिक और राजनीतिक अभियोग है। सच्चाई टीवी स्टूडियो से चिल्लाकर नहीं आता, यह चुपचाप, शक्तिशाली और अपरिहार्य रूप से खुद को मुखर करता है। क्या प्रधानमंत्री देश से माफी मांगेंगे? क्या अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों से माफी मांगेंगे?
Today, the ED filed a closure report on the so called CWG scam.
For years, the BJP ecosystem weaponized lies to tarnish the Congress over the issues like 2G, CWG, Mr Robert Vadra and coal. The truth stands tall, and their falsehoods lie in ruins.These cases were never about… pic.twitter.com/u1xdz7zEcL
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) April 28, 2025