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सुबह 3 बजे जगना, ट्रेडमिल पर रनिंग और सादा भोजन, हेल्दी रहने के लिए अपनाएं दलाई लामा जैसा अनुशासित जीवन

Dalai Lama Birthday: तिब्बत बौद्ध धर्म के सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का आज 90वां जन्मदिन है। उन्होंने साल 1959 में तिब्बत छोड़कर भारत के हिमाचल प्रदेश में शरण ली थी। दलाई लामा इस उम्र में भी कैसे इतना फिट रहते हैं? आइए जानते हैं उनके बारे में और उनकी नियमित जीवनशैली के बारे में।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Jul 6, 2025 09:25

Dalai Lama Birthday: तिब्बत से भारत में शरण लेने वाले बौद्ध धर्म के सबसे सर्वोच्च अनुयायी दलाई लामा का आज  90वां जन्मदिन है। दलाई लामा का पूरा नाम तेनजिन ग्यात्सो हैं। इनका जन्म 6 जुलाई साल 1935 में हुआ था। इनके जन्मस्थान की बात करें तो तिब्बत में अमदो क्षेत्र के ताक्सर गांव में हुआ था, जो वर्तमान में चीन के किंगहाई प्रांत में आता है। दलाई लामा आज 90 साल के हो जाएंगे। उनकी फिटनेस और हेल्दी रहने के पीछे अनुशासित जीवनशैली को अपनाना है। आइए जानते हैं उनके सुबह से शाम तक का डेली रूटीन क्या है।

कैसे बने दलाई लामा?

तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने उन्हें 2 साल की आयु में अपना अनुयायी मान लिया था, इस आधार पर की वे थुब्तेन ग्यात्सो के पुनर्जन्म का स्वरूप है। बता दें कि 5 साल की उम्र में ही उन्हें औपचारिक रूप से दलाई लामा घोषित कर दिया गया है। जबकि मात्र 15 साल की उम्र से ही उन्होंने राजनीतिक सत्ता संभाल ली थी। दलाई लामा को साल 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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भारत से क्या नाता?

दलाई लामा ने साल 1959 में तिब्बत पर चीन द्वारा नियंत्रित करने के बाद उन्होंने अपने देश का त्याग कर भारत में शरण ली थी। वे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रहते हैं। इस जगह को लिटिल तिब्बत भी कहा जाता है।

क्या है उनकी फिटनेस का राज?

अनुशासन ही जीवन जीने की कला है। इस बात में कोई दो राय नहीं है। दलाई लामा भी प्रतिदिन एक अनुशासित जीवनशैली में अपना दिन गुजारते हैं। वह प्रतिदिन सुबह 3 बजे उठते हैं। उनका दिन इतने बजे शुरू हो जाता है। इसके बाद वे सबसे पहले स्नान करते हैं और 5 बजे तक लगातार कुछ देर के लिए मेडिटेशन करते हैं। वे रोज वॉक या फिर घर में ही ट्रेडमिल पर रनिंग करते हैं।

साबुत अनाजों वाला नाश्ता

सुबह के व्यायामों के बाद दलाई लामा 5:30 बजे नाश्ता करते हैं। वे नियमित रूप से इतने समय तक ब्रेकफास्ट कर लेते हैं। नाश्ते में वे मोटा अनाज, दलिया या फिर जौ खाते हैं। कई बार वे चाय के साथ टोस्ट भी खा लेते हैं। उन्हें इस दौरान न्यूज सुनने की आदत भी है। दलाई लामा सुबह के नाश्ते के बाद फिर से ध्यान मुद्रा में बैठते हैं और फिर प्रार्थना करते हैं। वे सुबह 9 बजे किताबें, मुख्यतः: बौद्ध धर्म की किताबें पढ़ते हैं।

डिनर स्किप और इतने बजे सोते हैं

दलाई लामा का लंच का समय फिक्स है। वे 11 बजे दिन का खाना खा लेते हैं और फिर 3:30 बजे तक अपने दफ्तर और औपचारिक कार्यों को करते हैं। इस दौरान लोगों से मुलाकात, जरूरी बैठक और इंटरव्यू के काम भी किए जाते हैं। दलाई लामा शाम को 5 बजे 1 कप चाय पीते हैं और रात को खाना नहीं खाते हैं। दरअसल, उनके धर्म के नियमों में रात का खाना खाने की परंपरा नहीं है। इसलिए, वे रात को खाना नहीं खाते हैं। वे प्रतिदिन 7 बजे सोने जाते हैं।

युवाओं के लिए प्रेरणा है उनका सादा जीवन उच्च विचार वाला नियम

दलाई लामा की ऐसी जीवनशैली हमें यह सिखाती हैं कि फिटनेस केवल जिम में भारी व्यायाम या इंटेंस डाइट प्लान से प्राप्त करने का तरीका नहीं है। उनकी सादगी भरी जीवनशैली, जिसमें ध्यान, हल्का व्यायाम, संतुलित आहार और मानसिक शांति भी आधुनिक दुनिया में सेहतमंद रहना सिखाती है।

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First published on: Jul 06, 2025 09:25 AM

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