---विज्ञापन---

चेन्नई के लोगों के लिए खुशखबरी, जल्द पूरा होगा आउटर रिंग रोड का काम; इन शहरों को मिलेगा फायदा

Tamil Nadu News: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के लोगों के लिए अच्छी खबर है। यहां आउटर रिंग रोड का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। साल की शुरुआत में काम पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट के बारे में जानते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Dec 31, 2024 16:52
Share :
Tamil Nadu News

Chennai News: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के लोगों को बहुत जल्द आउटर रिंग रोड की सौगात मिलने वाली है। माना जा रहा था कि इस मास्टर प्लान का काम साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। लेकिन अब इसका काम नए साल की शुरुआत में पूरा होने की संभावना है। इस रिंग रोड के निर्माण से शहर के सतत और बुनियादी ढांचे के विकास में मदद मिलेगी। चेन्नई आउटर रिंग रोड (CORR) मास्टर प्लान का निर्माण करने वाली फर्म ने जानकारी दी है।

रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (REPL) के अनुसार जल्द 126 वर्ग किलोमीटर के चेन्नई आउटर रिंग रोड (CORR) को लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। कंसल्टेंसी फर्म REPL के बिजनेस हेड प्रभाकर कुमार ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि CORR के साथ कंपनी ने चार प्रमुख विकास नोड्स की पहचान की है। इनमें रेड हिल्स, मिंजुर, वंडालूर और पूनमल्ली जिले शामिल हैं।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:बीमा के सवा करोड़ पाने के लिए रची साजिश, खुद को मरा दिखाने को कब्र से निकालकर कार में जलाया शव, ऐसे खुला राज

इन इलाकों में कई विशेषताएं हैं। यहां भूमि का उपलब्धता अधिक है, इन इलाकों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील माना जाता है। उनकी फर्म निर्माण कार्यों के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखती है। जिन इलाकों में बाढ़ या जलभराव की आशंका रहती है, वहां निर्माण कार्यों को लेकर एहतियात बरती गई है। प्रकृति से छेड़छाड़ न हो, इसलिए कुछ इलाकों में निर्माण कार्य नहीं किए गए हैं। उच्च विकास क्षमता वाले इलाकों में ही निर्माण किया गया है। इस परियोजना के लिए REPL को 2.9 करोड़ में कॉन्ट्रैक्ट मिला था।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:बालिग हो साली तो जीजा संग संबंध अपराध है या नहीं? पढ़ें इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला 

उनकी फर्म को मास्टर प्लान के अलावा लैंड पूलिंग एरिया डेवलपमेंट स्कीम (LPADS) को लागू करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। जिसके लिए उनकी फर्म क्षेत्रों की पहचान करने और CORR कॉरिडोर के लिए आर्थिक विकास योजना तैयार कर रही है। सरकार इस प्रोजेक्ट को उच्च विकास क्षेत्र के तौर पर देख रही है।

इलाके में रोजगार के साधन पैदा होंगे

उनकी फर्म चाहती है कि उच्च फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) औसतन 4-5 के बीच रहे, जिससे व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों में इजाफा होगा। इस प्रोजेक्ट के बाद इलाके में कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और आवासीय मांगें बढ़ जाएंगी। जिसका सीधा फायदा यहां के लोगों को होगा। रोजगार के साथ ही उनकी आय में भी इजाफा होगा। ऐसे प्रोजेक्ट पूरा होने में आमतौर पर दो साल का समय लग जाता है। इस कॉरिडोर के बनने से चेन्नई के शहरी और आर्थिक विकास को भी पंख लगेंगे।

HISTORY

Edited By

Parmod chaudhary

First published on: Dec 31, 2024 04:52 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें