अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने की बात कही है। इसी बीच नरेंद्र मोदी सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ सहित किसी तरह का स्पेसिफिक टैरिफ नहीं लगाया गया है।
राज्यसभा में जितिन प्रसाद ने कही ये बात
राज्यसभा में एक प्रश्न का लिखित जवाब देते हुए वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा, ‘अमेरिका ने 13 फरवरी, 2025 को पारस्परिक (रेसिप्रोकल) व्यापार और शुल्कों को लेकर एक ज्ञापन जारी किया है। इस ज्ञापन के तहत वाणिज्य सचिव और अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि को व्यापारिक साझेदारों की तरफ से अपनाई गई किसी भी गैर-पारस्परिक व्यापार व्यवस्था से अमेरिका को होने वाले नुकसान की जांच करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करनी है। साथ ही प्रत्येक व्यापारिक साझेदार के लिए विस्तृत प्रस्तावित उपायों के साथ एक रिपोर्ट पेश करनी है। इस रिपोर्ट के आधार पर संबंधित व्यापारिक साझेदार के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई किसी भी प्रासंगिक अमेरिकी कानून के तहत की जा सकती है।’
2 अप्रैल से अमेरिका लागू करेगा रेसिप्रोकल टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा लगाए गए हाई टैरिफ की बार-बार आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि भारत बहुत हाई टैरिफ वाला देश है। साथ ही ट्रंप ने इस बात को दोहराया है कि अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ लगाने वाले देशों पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होंगे।
‘पहले की तुलना में अब कोई छूट नहीं’
जितिन प्रसाद ने सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘आज की तारीख तक अमेरिका द्वारा भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ सहित किसी भी तरह का देश-विशिष्ट शुल्क नहीं लगाया गया है। अमेरिका की तरफ से बिना किसी छूट के सभी देशों से स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है।’ प्रसाद ने कहा, ‘इन शुल्कों के प्रभाव का बारीकी से मूल्यांकन किया जा रहा है, जो मौजूदा अतिरिक्त शुल्कों की तुलना में एक बढ़ोतरी है, क्योंकि इन क्षेत्रों में कुछ प्रमुख निर्यातक देशों को पहले की छूट की तुलना में अब कोई छूट नहीं है।’ मंत्री ने आगे कहा कि दोनों देश ‘पारस्परिक रूप से लाभकारी और निष्पक्ष तरीके से द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाने और व्यापक बनाने’ के लिए एक-दूसरे के साथ बातचीत जारी रखे हुए हैं।
‘मिशन 500’ के लिए दोनों सरकारें प्रतिबद्ध
मंत्री ने कहा, ‘दोनों देशों ने 13 फरवरी, 2025 को एक संयुक्त बयान जारी किया था, जिसमें आर्थिक संबंधों को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई थी। महत्वाकांक्षी ‘मिशन 500′ के तहत दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक अमेरिका-भारत व्यापार को दोगुना से अधिक 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है, जिसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार संबंधों को गहरा करके ही हासिल किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘दोनों देश पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसके तहत देश में बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने, आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण को बढ़ाने और प्रमुख व्यापार मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।’
भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध, सिर्फ एक समस्या: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन उनके साथ उनकी एकमात्र समस्या यह है कि भारत दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है। ट्रंप ने कहा, ‘भारत के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन भारत के साथ मेरी एकमात्र समस्या यह है कि वे दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं। मेरा मानना है कि वे शायद उन टैरिफ को काफी हद तक कम कर देंगे, लेकिन 2 अप्रैल को हम उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे जो वे हमसे वसूलते हैं।’