Assam-Arunanchal Pradesh Flood Update: मानसून के दस्तक देने के बाद उत्तर पूर्वी राज्यों में तेज बारिश हो रही है। भारी बरसात के कारण कई राज्यों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। खासकर असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ से बुरा हाल है। आलम ये है कि सड़कें नदी बन चुकी हैं और बाढ़ से कई घर डूब गए हैं।
इंडो-चीन बॉर्डर को जोड़ने वाली सड़कें भी डूबी
असम और अरुणाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। ऐसे में ब्रह्मपुत्र समेत कई नदियां उफान पर हैं तो ज्यादातर इलाकों में भूस्खलन जैसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं। बाढ़ से हर तरफ त्राहिमाम मचा है। वहीं इंडो-चीन बॉर्डर को जोड़ने वाली सड़क भी लबालब पानी से भरी है, जिससे बॉर्डर एरिया पर रह रहे लोगों से संपर्क कटने लगा है।
19 जिले बाढ़ की चपेट में
असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDRF) के आंकड़ों की मानें तो कुल 19 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में बाढ़ की वजह से प्रशासन ने 6 जुलाई तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। बाढ़ के पानी से कुरुंग नदी पर बना पुल टूट गया है। साथ ही उफान पर आई कामेंग नदी कई घरों को अपने साथ बहाकर ले गई है।
35 लोगों की मौत
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पूर्वी राज्यों को अगले कुछ दिनों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस हफ्ते के अंत तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। बता दें कि बाढ़ के कारण असम में अब तक 35 लोगों की मौत हो गई है। 8000 से ज्यादा लोगों को राहत शिविर में रखा गया है।
#WATCH | Morigaon, Assam: “There is flood everywhere. The water has been increasing since last night. Roads and houses have been submerged. We are facing a lot of difficulties. There are many villages in this area. There are floods every year…,” says Umesh Biswas, a local… pic.twitter.com/tahBmdSFco
— ANI (@ANI) July 2, 2024
21 गांव के 11 हजार लोग प्रभावित
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश से सटे इलाकों में हालात काफी खराब हैं। अगले कुछ दिनों में स्थिति अधिक बिगड़ सकती है। एनडीआरएफ की टीम और आर्मी हर तरह की आपातकाल परिस्थितियों से निपटने को तैयार है। सीएम सरमा के अनुसार नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन ने सुबनसिरी बांध से 409 क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा है। जिससे उत्तर लखीमपुर जिले में सुबनसिरी नदी सबसे ज्यादा उफान पर है। इससे 21 गांव के 11 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।
पीएम मोदी ने घुमाया फोन
बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर बात की थी। सीएम ने ट्वीट शेयर करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने असम में आई बाढ़ का जायजा लिया है। मैंने उन्हें बताया कि असम और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण राज्य में बाढ़ की दूसरी लहर आई है। राहत कार्य जारी है। पीएम मोदी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी।
Hon’ble Prime Minister Shri @narendramodi Ji called me a short while ago to enquire about the flood situation in Assam. I explained him that Assam is experiencing a second wave of floods this year due to heavy rains in Arunachal Pradesh and part of our upper Assam districts. I…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 1, 2024
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