Asaduddin Owaisi in Loksabha: एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शनिवार को लोकसभा में कहा कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। उन्होंने लोकसभा में बजट सत्र के आखिरी दिन अपने भाषण के दौरान बाबरी मस्जिद जिंदाबाद, भारत जिंदाबाद और जय हिन्द के नारे भी लगाए।
मेरा ईमान कहता है कि जिस जगह पर मस्जिद थी, है और रहेगी, बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी।
---विज्ञापन---बाबरी मस्जिद ज़िंदाबाद, भारत ज़िंदाबाद, जय हिन्द।
---विज्ञापन---— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 10, 2024
क्या बाबर को आक्रमणकारी मानते हो..
सदन में अयोध्या राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा थी। इस दौरान बीजेपी सरकार पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि क्या केंद्र सरकार सिर्फ एक धर्म की सरकार है? उन्होंने आगे बीजेपी पर सवाल दागते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सिर्फ हिन्दुत्व की सरकार है? इस पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे खड़े हो गए और उन्होंने ओवैसी से सवाल किया कि क्या आप बाबर को एक आक्रमणकारी मानते हैं। इस पर औवेसी का जवाब था कि क्या मैं बाबर..जिन्ना…औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 10, 2024
मुझसे बाबर नहीं महात्मा गांधी के बारे में पूछें
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या बीजेपी की सरकार केवल हिन्दुत्व की सरकार है ? क्या देश का कोई मजहब नहीं है ? उन्होंने आगे कहा कि आखिर सरकार देश के मुसलमानों को क्या पैगाम दे रही है। उनका कहना था कि आजादी के इतने साल बाद मुझसे बाबर के बारे में पूछा जाता है। क्या मैं बाबर का प्रवक्ता हूं। उन्होंने कहा कि मुझसे महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू के बारे में पूछें। मैं महात्मा गांधी को उनकी नीतियों के लिए पसंद करता हूं। लेकिन मैं नाथू राम गोडसे को पंसद नहीं करता क्योंकि उन्होंने अहिंसा के लिए काम करने वाली गांधी जी की हत्या की।
"क्या मोदी सरकार सिर्फ एक मजहब की सरकार है"
◆ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा @asadowaisi #AIMIM #AyodhyaRamMandir pic.twitter.com/u7grgNC5kG
— News24 (@news24tvchannel) February 10, 2024
मुसलमानों के साथ हुआ है धोखा
लोकसभा में अपने भाषण में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में जश्न मनाकर मोदी सरकार देश के करोड़ों मुसलमानों को क्या संदेश देना चाहती है। आगे खुद ही इस बात का जवाब भी देते हुए वह बोले क्या सरकार यह संदेश देना चाहती है कि एक धर्म ने दूसरे पर विजय प्राप्त की है? उन्होंने कहा देश में करीब 17 करोड़ मुसलमान हैं और साल 1992, 2019 और 2022 में मुसलमानों के साथ धोखा हुआ है।
ये भी पढ़ें: CAA पर गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा ऐलान, लोकसभा चुनाव से पहले लागू होगा कानून