Amarnath cave via Baltal base camp BRO built road: सीमा सड़क संगठन (BRO) ने जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ मंदिर तक रोड कनेक्टिविटी का विस्तार किया है। BRO की ओर से कहा गया है कि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सड़क का निर्माण किया गया है। एक बयान में BRO ने कहा कि मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल आधार शिविर के माध्यम से डुमेल से अमरनाथ गुफा तक सड़क का चौड़ीकरण पूरा हो गया है, वाहनों का पहला जत्था सड़क मार्ग के जरिए मंदिर तक पहुंच गया है।
उधर, अधिकारियों ने BRO की सराहना करते हुए कहा कि कर्मियों ने कठिन कार्य पूरा किया और अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क संपर्क का विस्तार करके इतिहास रचा है। एक्स पर अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए गाड़ियों के जरिए श्रद्धालुओं के जत्थे का वीडियो शेयर करते हुए BRO ने लिखा- प्रोजेक्ट बीकन पूरा हो गया है।
BRO achieves another milestone!
The Border Roads personnel have completed the formidable task and created history with first set of vehicles reaching the holy Amarnath cave 🚩🇮🇳.
---विज्ञापन---BRO, in recent years has been aggressively building infrastructure to counter China. This one is an… pic.twitter.com/fAT5a693rZ
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) November 6, 2023
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर सरकार का लोक निर्माण विभाग (PWD) गांदरबल जिले में बालटाल तीर्थ मार्ग का रखरखाव कर रहा था और पहलगाम विकास प्राधिकरण (PDA) अनंतनाग जिले में पहलगाम तीर्थ मार्ग का रखरखाव कर रहा था। पिछले साल सितंबर में, अमरनाथ यात्रा ट्रैक के रखरखाव का जिम्मा BRO को सौंप दिया गया था।
PDP ने किया विरोध, कहा- ये सबसे बड़ा अपराध
उधर, BRO के इस ऐतिहासिक काम का विरोध करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने इसेसबसे बड़ा अपराध करार दिया। PDP ने कहा कि ये इतिहास नहीं है, ये हिंदू धर्म और प्रकृति में इसकी आस्था के प्रति सबसे बड़ा अपराध है। पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हिंदू धर्म पूरी तरह से आध्यात्मिक मां प्रकृति में डूबने के बारे में है, यही कारण है कि हमारे तीर्थ हिमालय की गोद में हैं।
This is not history it's the biggest crime one can commit to Hinduism & it's faith in nature. Hinduism is all about immersing in spritual mother nature , that's why our pilgrimages are in lap of Himalayas. Turning religious piligrimages into picnic spots for mere political gains… https://t.co/23z3DL3SnM
— Mohit Bhan موہت بھان (@buttkout) November 6, 2023
उन्होंने आगे कहा कि धार्मिक यात्राओं को महज राजनीतिक लाभ के लिए पिकनिक स्पॉट में बदलना निंदा के लायक है। उन्होंने कहा कि हमने जोशीमठ, केदारनाथ में भगवान का क्रोध देखा है और फिर भी हम कोई सबक नहीं सीख रहे हैं, बल्कि कश्मीर में तबाही को आमंत्रित कर रहे हैं।
भाजपा ने पीडीपी प्रवक्ता को दिया जवाब
पीडीपी प्रवक्ता के आरोपों के बाद भाजपा ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि पवित्र गुफा मंदिर तक कंक्रीट सड़क बिछाने का काम उचित पर्यावरणीय प्रभाव आकलन के बाद किया जा रहा है और पूरी प्रक्रिया के दौरान कोई पेड़ नहीं काटा गया है।
भाजपा के जम्मू-कश्मीर प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि बाबा अमरनाथ के मंदिर से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। पीडीपी विरोध करके और सड़क में खामियां निकालकर 2008 के भूमि विवाद को दोहराने की कोशिश कर रही है, लेकिन लोग काफी समझदार हैं और फिर से धोखे की राजनीति का शिकार नहीं होंगे।
Laying of concrete road upto the holy cave shrine of Amarnathji is being done after proper Environmental Impact Assessment (EIA) and no trees have been cut. Withe the shrine of baba Amarnath, lakhs of people have their faith. PDP by opposing and finding faults in the road stretch pic.twitter.com/WBQWBfcD7k
— Altaf Thakur (@altaf_thakur) November 6, 2023
बता दें कि जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से 141 किमी दूर और समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित, पवित्र अमरनाथ गुफा लदार घाटी में स्थित है, जो वर्ष के अधिकांश समय ग्लेशियरों और बर्फ से ढका रहता है। हर साल, हजारों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा में भाग लेते हैं और इस वर्ष, 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र मंदिर में पूजा-अर्चना की।