In-Flight Alcohol Policy: फ्लाइट में कुछ यात्रियों के अनियंत्रित व्यवहार की हाल की कुछ घटनाओं के बीच एयर इंडिया ने अपनी इन फ्लाइट अल्कोहल सर्विस पॉलिसी में संशोधन किया है। संसोधन के मुताबिक, केबिन क्रू को जरूरत पड़ने पर आगे शराब परोसने से चतुराई से मना करने के लिए कहा गया है।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन एयर इंडिया पर पिछले कुछ दिनों में दो इंटरनेशल फ्लाइट में यात्रियों के अनियंत्रित व्यवहार के संबंध में DGCA की ओर से जुर्माना लगाया गया है।
19 जनवरी को जारी संशोधित नीति के अनुसार, केबिन क्रू द्वारा परोसे जाने तक मेहमानों को शराब पीने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और केबिन क्रू उन मेहमानों की पहचान करने के लिए चौकस रहें जो अपनी शराब का सेवन कर रहे हों।
उचित और सुरक्षित तरीके से करें सर्विस
पॉलिसी के अनुसार, “मादक पेय पदार्थों की सेवा उचित और सुरक्षित तरीके से की जानी चाहिए। इसमें मेहमानों को शराब परोसने से मना करना शामिल है।” एयर इंडिया ने सेवा से इनकार करने के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’ का एक सेट भी जारी किया है।
नीति के अनुसार, “मेहमान को ‘शराबी’ न कहें, उन्हें विनम्रता से चेतावनी दें कि उनका व्यवहार अस्वीकार्य है और यह कहने के बाद कि उन्होंने पर्याप्त पी लिया है, उन्हें ‘एक आखिरी पेय’ देने के लिए राजी न करें।
एयरलाइन ने नीति में कहा, “अपनी आवाज ऊंची न करें। यदि वे अपनी आवाज उठाते हैं, तो अपनी आवाज कम करें… मना करना बंद न करें, तब तक कार्य करें जब तक अतिथि के साथ तर्क किया जा सकता है।”
एयरलाइन ने और क्या कहा
बता दें कि मेहमानों को मादक पेय परोसना एक प्रथा है जो कई वर्षों से चली आ रही है। एयरलाइन ने कहा कि आनंद के लिए शराब का सेवन करने और शराब के सेवन के परिणामस्वरूप नशा करने के बीच अंतर है। इसलिए मादक पेय पदार्थों की सेवा उचित और सुरक्षित तरीके से की जानी चाहिए।
मेहमानों को तब तक शराब पीने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए जब तक कि केबिन क्रू द्वारा परोसा न जाए और यह महत्वपूर्ण है कि केबिन क्रू उन मेहमानों की पहचान करने के लिए चौकस रहें जो अपनी खुद की शराब का सेवन कर रहे हों।
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