Jammu-Kashmir: 15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान फिर नापाक साजिश रच रहा है। पीओके के लॉन्चिंग पैड पर इशारे का इंतजार कर रहे आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए बेताब हैं। हालांकि उनकी हर कोशिश नाकाम हो रही है। बीते 24 घंटों के दौरान घुसपैठ कर रहे चार आतंकवादियों को मार गिराया गया है। इन आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
कश्मीर में सेना के शीर्ष कमांडरों ने जम्मू-श्रीनगर और कश्मीर में एलओसी पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सैन्य कमांडरों ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान सेना ने कश्मीर के कुपवाड़ा और जम्मू के राजौरी, पुंछ जिलों में ऐसे तीन अलग-अलग प्रयासों को विफल कर दिया है।
पुंछ में सेना का ऑपरेशन जारी
पुंछ में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमों ने घुसपैठ कर रहे दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया। सेना के शीर्ष कमांडर ने कहा कि मुठभेड़ के तुरंत बाद एक आतंकवादी गिर गया। दूसरे आतंकवादी ने नियंत्रण रेखा पर वापस भागने की कोशिश की और हमला कर दिया। उसे एलओसी के पास गिरते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ऑपरेशन अभी भी जारी है।
इससे पहले कल कुपवाड़ा के तंगधार इलाके में भी घुसपैठ कर रहे एक आतंकी को मार गिराया गया था। श्रीनगर में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि कुपवाड़ा जिले के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक गांव में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में मारे गए एक घुसपैठिए के पास से भारी मात्रा में युद्ध सामग्री बरामद हुई है।
सतर्क सुरक्षा बलों की कार्रवाई ने सुबह के समय घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक आतंकवादी को मार गिराया गया। उसके कब्जे से एक AK-47 राइफल, 6 पिस्तौल और पाकिस्तानी मुद्रा सहित भारी मात्रा में युद्ध जैसे सामान बरामद हुए।
राजौरी में आतंकियों के पीछे लगी सेना
राजौरी जिले के गुंधा-खवास गांव में सेना की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में एक और आतंकवादी मारा गया, जबकि एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के कम से कम तीन समूह जिनमें 3-2 आतंकवादी शामिल हैं, राजौरी बेल्ट में घूम रहे हैं और सेना उनके पीछे है।
सेना के शीर्ष कमांडरों ने कहा कि सभी अभियानों ने एक बार फिर पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों और उनके सहयोगियों के गठजोड़ को स्थापित कर दिया है, जो पीओके से आतंकवादियों को भेजकर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और शांति को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सेना कमांडरों ने आगे कहा कि भारतीय सेना अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ विरोधियों के नापाक मंसूबों को हराने के लिए दृढ़ संकल्पित है और कश्मीर में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा तैयार रहती है।
आसिफ सुहाफ की रिपोर्ट।
यह भी पढ़ें: Delhi Ordinance Bill: राज्यसभा में ‘दिल्ली सेवा बिल’ पेश, चर्चा जारी