नई दिल्ली: दिल्ली में हुई श्रद्धा हत्याकांड में एक बड़ी जानकारी सामने आई है। आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर अपने पॉलीग्राफ टेस्ट में अपनी प्रेमिका श्रद्धा वाकर की हत्या करने की बात स्वीकार की है। जांच दल के सूत्रों ने कहा कि उसे इसके लिए कोई पछतावा नहीं व्यक्त किया। पॉलीग्राफ परीक्षण में, या बाद में होने वाले नार्को-विश्लेषण परीक्षण में इस तरह की स्वीकारोक्ति नियमित रूप से साक्ष्य के रूप में स्वीकार्य नहीं होती है।
आफताब का बीते मंगलवार को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) कार्यालय में 5वां यानी आखिरी पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ। एफएसएल के एक अधिकारी ने बताया कि आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो गया है। जल्द ही एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। वहीं दिल्ली पुलिस को कोर्ट ने एक दिसंबर को आफताब का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है। आफताब का नार्को-एनालिसिस टेस्ट- जिसे आम तौर पर झूठ का पता लगाने की प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है का अगला चरण 1 दिसंबर को है।
जांच एजेंसियां इसका उपयोग तब करती हैं जब अन्य सबूत स्पष्ट मामले का निर्माण नहीं करते हैं। उदाहरण के लिए, इस मामले में, हत्या मई में की गई थी और इस महीने की शुरुआत में मिले शरीर के अंगों की अभी पुष्टि की जानी बाकी है। डीएनए टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार है।
पुलिस ने नार्को टेस्ट के लिए आरोपी आफताब की अनिवार्य सहमति के साथ-साथ उसकी प्रतिक्रियाओं को भ्रामक या अनिर्णायक पाए जाने के बाद अदालत से अनुमति ली।
आफताब पूनावाला पर अपनी लिव-इन पार्टनर का गला घोंटने और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटने का आरोप है, जिसे उसने कथित तौर पर 300 लीटर के फ्रिज में रखा और 18 दिनों में जंगल में फेंक दिया। सूत्रों के मुताबकि, दिल्ली पुलिस को आफताब की निशानदेही पर श्रद्धा के शव का जबड़ा भी मिल गया है। गुरुग्राम से श्रद्धा के शव के कई और टुकड़े बरामद किए गए हैं। बाथरूम, किचन और बेडरूम में खून के धब्बे मिले हैं। इनकी जांच रिपोर्ट आने में टाइम लगेगा।