नई दिल्ली: दिल्ली एयरपोर्ट पर बुधवार को अफगानिस्तान से और 30 सिख भारत लौटे। यहां मीडियो से बात करने के दौरान उनका दर्द छलका। एक लौटने वाले ने कहा, “हम भारत सरकार के आभारी हैं। वहां की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। हमारे कुछ रिश्तेदार अभी भी वहां फंसे हुए हैं। हम सरकार से उन्हें भी बचाने का आग्रह करते हैं।”
Delhi | 30 Afghan Sikhs arrive in Delhi
"We are grateful to the Government of India. The situation there is turning worse by the day. Sikhs are being targeted. Some of our relatives are still stranded there. We urge the government to rescue them too," said a returnee. pic.twitter.com/D06QfeLd9A
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 3, 2022
राज्यसभा में उठा मुद्दा
इससे पहले राज्यसभा में बुधवार को आम आदमी पार्टी के सांसद हरभजन सिंह ने अफ़ग़ानिस्तान में गुरुद्वारों पर हमलों का मुद्दा उठाया ओर सरकार से इस ओर ध्यान देने की अपील की। शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए सिंह ने कहा कि गुरुद्वारों पर किए गए इन हमलों ने दुनिया में हर सिख की भावनाओं को आहत किया है।
सेवा करते हैं
हरभजन सिंह ने कहा कि दुनिया भर में कोविड काल में गुरुद्वारों ने ऑक्सीजन से ले कर दवा और भोजन तक, हर जरूरत पूरी की है। उन्होंने कहा कि देश की स्वाधीनता से ले कर आज़ादी के बाद तक, हर क्षेत्र में सिख अपनी बहादुरी, मेहनत, साहस के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, ”ऐसे में हमारे गुरुद्वारों पर किए गए हमले हमें आहत करते हैं।” सिंह ने कहा कि 18 जून को काबुल में गुरुद्वारा कार्ते परवन में हमला हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हुई और कई घायल हो गए।
गुरुद्वारे पर हमला
उन्होंने कहा कि इससे पहले 25 मार्च को रायसाहब गुरुद्वारे पर हमला हुआ, दो दिन बाद इसी गुरूद्वारे पर पुनः हमला हुआ। इन हमलों में भी लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में दो लाख से अधिक हिंदू ओर सिख अफ़ग़ानिस्तान में रहते थे लेकिन अब यह संख्या बहुत कम हो हो गई है ।