Aaj Ka Sabse Bada Sawal, 27 April 2023: नमस्कार, मैं हूं संदीप चौधरी। आज सबसे बड़ा सवाल में मैं बात करने वाला हूं देश की आन, बान और शान पहलवानों की। बात यौन शोषण की। बात एफआईआर दर्ज न होने की। आज पहलवान कानूनी दंगल में क्यों फंसे हुए हैं। ओलंपिक संघ और सरकार की प्रतिक्रिया खेल में और खेल क्या हावी होती दिख रही है। पहलवानों के धरने प्रदर्शन का आज पांचवा दिन है। वे वहीं सोते हैं। वहीं प्रदर्शन करते हैं। जिस देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करते हैं, वहां बेटियां न्याय के लिए धरने पर बैठी हैं।
आज से 6 दिन पहले सात महिला पहलवानों ने कनॉट प्लेस में एक एफआईआर दर्ज कराई। शिकायत ले ली गई, लेकिन एफआईआर नहीं दर्ज की गई। थक हारकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले को संज्ञान लिया। सात शिकायतकर्ताओं में एक नाबालिग भी है। ये सीधा साधा मामला पॉक्सो का बनता है।
इस बीच ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि सड़क पर प्रदर्शन करने से देश की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। वो कहती हैं ये अनुशासनहीनता है। वहीं, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कौन कह रहा है कि उनकी किसी ने नहीं सुनी। मैं खुद 12-12 घंटे उनके साथ बैठा हूं। आरोपों के घेरे में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह है। लेकिन सत्य सामने नहीं आ रहा है।
आज का सबसे बड़ा सवाल है कि पहलवानों के मन की बात कौन सुनेगा? इंसाफ की गुहार या राजनीति अपरंपार? देखिए पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी सोना चौधरी, फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत मलिक और बजरंग-विनेश और साक्षी मलिक से खास बातचीत