कैंसर दुनियाभर में फैली हुई ऐसी बीमारी है। भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों में इसके मामले पाए जाते हैं। मेलेनोमा त्वचा कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, जो मुख्य रूप से अल्ट्रावायलेट रेज के संपर्क में रहने से स्किन पर असर होता है। यह स्किन के एक हिस्से से दूसरे भागों में फैल सकता है। इस बीमारी से पीड़ित एक डॉक्टर ने अपनी किताब में बताया है कि उनके शरीर में इसके क्या संकेत दिखाई दिए थे। उनकी यह किताब हाल ही में प्रकाशित हुई है। डॉ. लिज़ ओ’रिओर्डन- एक पूर्व सलाहकार ब्रेस्ट सर्जन हैं, जिन्हें खुद तीन बार स्तन कैंसर का निदान किया गया था, ने कहा- यदि आप इनमें से कोई भी परिवर्तन देखते हैं, तो अपने तिलों की जांच डॉक्टर से करवाएं।
डॉ. लिज़ ओ’रिओर्डन ने अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन (एएडी) द्वारा लिखी गई किताब द कैंसर रोडमैप में कैंसर की जांच के लिए सरल तरीके सुझाए हैं, जो स्किन कैंसर के संकेतों के बारे में बता रही है।
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क्या हैं ये संकेत?
1. आकार बढ़ना
डॉ. ओ’रिओर्डन के अनुसार, शरीर में तिल का आकार बढ़ना स्किन में कैंसर का संकेत हो सकता है। एनएचएस की रिपोर्ट का कहना है कि सामान्य तिल आम तौर पर गोल होते हैं और उनके किनारे चिकने होते हैं। मेलानोमा में आम तौर पर असमान रूप होता है, जिसमें शायद दो अलग-अलग आकार के हिस्से और असमान किनारे भी होते हैं।
2. कटे-फटे तिल
डॉक्टर के अनुसार, तिल के किनारे कटे-फटे, धुंधले या नोकिले हो सकते हैं। इन तिलों की आउटर लेयर असमान होती है, जो नोकदार किनारों जैसी भी दिखाई देती है।
3. रंग
स्किन पर निकले तिल पर गहरे भूरे और काले रंग के धब्बे हैं या नहीं, यह भी मेलेनोमा कैंसर के संकेत है। एनएचएस ने इस बात पर जोर देकर कहा कि आम तौर पर तिलों का रंग एक होता है, जबकि मेलेनोमा में आमतौर पर दो या उससे ज्यादा रंग के होते हैं।
4. आकार की चौड़ाई
सर्जन के मुताबिक, आपको अपने तिलों के आकार की चौड़ाई पर ध्यान देना होगा। अगर आपका तिल 6 मिलीमीटर से ज्यादा चौड़ा है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। आपको इसके लिए जांच करवानी चाहिए। AAD ने जोर देकर कहा कि हालांकि मेलेनोमा का निदान होने पर यह 6 मिलीमीटर से बड़ा होता है, लेकिन यह कई बार छोटा भी हो सकता है।
5. ग्रोथ
तिलों की ग्रोथ भी एक महत्वपूर्ण लक्षण है। तिल में होने वाला विकास, जिसमें आकार, आकृति या रंग में बदलाव शामिल हो सकते हैं, ये सभी कैंसर के लक्षण होते हैं। तिल में खुजली महसूस करना या उनमें से खून बहना सामान्य नहीं है। इसके अलावा, जो तिल सूजा हुआ, दर्दनाक या पपड़ीदार हो, उन्हें भी इग्नोर करने से बचें।
मेलानोमा कैंसर क्या है?
मेलानोमा कैंसर स्किन कैंसर का सबसे खतरनाक प्रकार होता है। यह त्वचा में मौजूद मेलानोसाइट्स (Melanocytes) नामक सेल्स से शुरू होता है, जो हमारी त्वचा को रंग (melanin) देने का काम करती हैं। जब ये सेल्स असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो मेलानोमा विकसित हो सकता है, जो आगे चलकर कैंसर बनती है।
इस कैंसर की जांच और निदान
- स्किन एग्जामिनेशन
- बायोप्सी- अचानक उभरे हुए तिल या त्वचा के हिस्से का सैंपल लेकर जांच की जाती है।
- इलाज कैसे होता है?
- सर्जरी, यह सबसे सामान्य कैंसर का इलाज है। इसमें कैंसर से डैमेज त्वचा को हटाना होता है।
- इम्यूनोथेरेपी, कीमोथेरेपी या टार्गेटेड थेरेपी, यदि कैंसर फैल चुका हो तो।
- रेडिएशन थेरेपी, यह कभी-कभी उपयोग में ली जाती है।
बचाव के उपाय
- धूप में निकलते समय सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें और टोपी-चश्मा लगाकर बाहर निकलें।
- सेल्फ-स्किन एग्जामिनेशन करते रहें।
- हेल्दी डाइट और हाइड्रेशन बनाए रखें।
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