रेड लाइट थेरेपी एक नई और आधुनिक स्किन और हेयर केयर ट्रीटमेंट है, जो काफी लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है। इसे डर्मेटोलॉजिकल थेरेपी कहा जाता है। हालांकि, लोगों के बीच इन दिनों ऐसे लाइट और इलेक्ट्रॉनिक वाले थेरेपी केयर काफी प्रचलित हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि यह सभी के बालों और त्वचा के लिए लाभकारी हो। जी हां, ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें यह सूट नहीं करता है। दरअसल, ऐसी थेरेपी के कई साइड-इफेक्ट भी होते हैं। इसके लिए हमें यह जानने की जरूरत है कि इस थेरेपी का काम क्या है, क्यों की जाती है और इसके फायदे समेत नुकसान किस प्रकार के हैं।
क्या है Red Light Therapy?
मुंबई के एस्थेटिक फिजिशियन, लेजर एक्सपर्ट और एरिसिया एस्थेटिक क्लिनिक के क्लिनिकल डायरेक्टर डॉक्टर गगन रैना बताते हैं कि रेड लाइट थेरेपी के कई फायदे हैं, लेकिन उसके साथ कुछ रिस्क भी शामिल हैं, इसलिए लोगों को इसे करवाने से पहले थेरेपी के बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए। रेड लाइट थेरेपी एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें एक विशेष प्रकार की लाल रोशनी का उपयोग कर शरीर के विभिन्न हिस्सों में उपचार किया जाता है। इस थेरेपी में wavelength वाली रेड लाइट का उपयोग किया जाता है, जो त्वचा में अंदर तक प्रवेश करती है और सेल्स को रि-इनेर्जाइज करने का काम करती है। इसे “Low-Level Light Therapy” (LLLT) भी कहा जाता है। इस ट्रीटमेंट की मदद से स्किन और बालों, दोनों पर ही लाइट थेरेपी दी जाती है। इस थेरेपी से एंटी-एजिंग और पतले बालों की समस्या भी दूर होती है।
कई प्रकार की होती है रेड लाइट थेरेपी?
रेड लाइट थेरेपी में माइक्रोनीडलिंग, हाइड्रा फेशियल, एक्ने ट्रीटमेंट, पिगमेंटेशन केयर और कोलेजन स्टीम्यूलेशन भी शामिल हैं। इसमें एडवांस हेयर केयर ट्रीटमेंट्स भी शामिल हैं, जो बालों को न्यूट्रिशन भी प्रोवाइड करवाते हैं, जो हेयर्स के लिए जरूरी होता है। मगर कुछ लोगों के शरीर में पर्याप्त पोषण न होने से बालों में कमजोरी हो जाती है, इसके लिए ये ट्रीटमेंट करवाए जाते हैं।
रेड लाइट थेरेपी के फायदे
स्किन में इलास्टिसिटी को बढ़ावा देता है, जो बुढ़ापा रोकता है।
फाइन लाइंस, झुर्रियां और एजिंग के निशानों को कम करता है।
युवा दिखने के लिए कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है।
स्किन की सूजन को कम करचा है, जिससे यह मुंहासे, रोसैसिया और सेंसिटिव स्किन जैसी स्थितियों के लिए फायदेमंद होता है।
स्किन रिजनरेशन में तेजी लाता है और निशानों व गड्ढों को भरने और ठीक करने में सहायता प्रदान करता है।
बालों के स्वास्थ्य के लिए, यह फॉलिसिकल्स को बूस्ट करता है, सिर की त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, तथा बालों के पतले होने की समस्या को दूर करता है।
इस थेरेपी के नुकसान
डॉक्टर रैना के मुताबिक, कुछ लोगों को इससे सावधान रहना चाहिए क्योंकि कई बार यह थेरेपी नुकसान भी पहुंचा सकती है। इस थेरेपी से रेडनेस, खुजली और सेंसिटिव स्किन पर असर पड़ सकता है। रेड लाइट थेरेपी के सीधे संपर्क में आने से आंखों पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। ज्यादा या लगातार ऐसी थेरेपी करवाना भी सेफ नहीं माना जाता है। साथ ही कुछ लोगों, जैसे गर्भवती महिलाओं को इसे नहीं करवाना चाहिए। स्किन एलर्जी वाले लोगों को और फैमिली हिस्ट्री में किसी को स्किन या किसी प्रकार का कैंसर हुआ हो, तो भी इस थेरेपी को करने से बचना चाहिए।
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