समय रहते अगर लोग अपनी कुछ आदतों में बदलाव कर लें तो उन्हें बड़ी बीमारियां नहीं होंगी। हार्ट और उससे संबंधित समस्याओं में इन दिनों तेजी देखी जा रही है। हार्ट अटैक से बचने के लिए हमें अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत होती है। अनहेल्दी इटिंग के कारण दिल की बीमारियां हो सकती हैं। दूध भी एक ऐसा आइटम है, जो हार्ट अटैक की वजह बन सकता है। जी हां, शायद आपको यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन डॉक्टर के मुताबिक दूध सिर्फ एक तय उम्र तक पीना सही होता है। अगर उससे ज्यादा पिया जाए, तो स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
दूध और हार्ट हेल्थ का कनेक्शन
दूध का दिल से संबंध कुछ इस तरह का है कि दूध की मात्रा से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है। दूध पीने से वजन बढ़ता है। फुल फैट मिल्क से फैट भी इंक्रीज होता है। ये सभी हार्ट अटैक का कारण होते हैं, इसलिए दूध को सिर्फ टीनएज या 18-19 साल तक की आयु तक पीना चाहिए। दूध सैचुरेटेड फैट का सोर्स होता है, जो कार्डियो प्रॉब्लम्स को बढ़ाता है। हालांकि, हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक न्यूजीलैंड के लोगों के हृदय को स्वस्थ रखने के लिए दूध को पौष्टिक आहार माना गया है। मगर यह दूध प्लांट-बेस्ड और लो फैट मिल्क होता है। लो फैट मिल्क से ब्लड प्रेशर भी कम होता है और एलडीएल का स्तर भी कम होता है।
ये भी पढ़ें- छोटी उम्र में साइलेंट अटैक क्यों?
डॉक्टर क्या कहते हैं?
महाराष्ट्र के कार्डियो स्पेशलिस्ट डॉक्टर रोहित साने बताते हैं कि अगर हमारी हड्डियां मजबूत हैं और उनमें किसी प्रकार का कोई दर्द और तकलीफ नहीं हो रहा है, तो दूध पीने की जरूरत नहीं है। अगर हमारी हाइट सही है और बढ़ना रुक चुकी है, तो भी दूध पीना कोई आवश्यक नहीं है। वहीं, अगर बॉडी में पर्याप्त कैल्शियम है, तो भी दूध का सेवन करना जरूरी नहीं है। इसका मतलब यह है कि यदि हमारी बॉडी के अंदर अगर सब कुछ सही है और हम 18-19 साल के बाद भी लगातार दूध पी रहे हैं, तो हमें समझना होगा कि दूध अब हमारे शरीर के लिए सही नहीं है।
डॉक्टर रोहित के मुताबिक, दूध अगर ज्यादा पिया जाए, तो मोटापा बढ़ेगा, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की भी समस्या होगी। इसलिए, दूध को भी नियंत्रित करें और अगर जरूरी न हो, तो उसके अन्य प्रोडक्ट का सेवन करें। वजन बढ़ाने वाले लोग दूध पिएं, घटाने वाले परहेज करें।
क्यों होता है ऐसा?
डॉक्टर के अनुसार, दूध कम आयु या बढ़ती उम्र में पिया जाए, तो आपको फायदे की जगह नुकसान देगा। ग्रोइंग एज में मिल्क हमें हाइट, वेट और मांसपेशियों और बोन्स को मजबूत करने में मदद करता है। मगर जब शरीर को यह सब मिल जाता है और फिर भी हम दूध पीते हैं, तो उससे शरीर का सिर्फ साइज बढ़ता है। दूध पीने से IGF फैक्टर बढ़ता है।
View this post on Instagram
IGF फैक्टर क्या है?
यह शरीर का ग्रोइंग हार्मोन होता है, जो हड्डियों, मांसपेशियों और सेल्स को ग्रो करने में मदद करता है लेकिन जब यह हार्मोन ही शरीर में ज्यादा बन जाए, तो मधुमेह, बीपी हाई होना और दिल की बीमारियां होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।
Heart Attack से बचने के लिए अन्य टिप्स
- प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट, नमक और शुगर से परहेज करें।
- फाइबर-रिच फूड्स, फ्रूट्स, वेजिटेबल्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त फूड्स खाएं।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट के तरीके खोजें।
- प्लांट-बेस्ड मिल्क जैसे सोया मिल्क, बादाम मिल्क, ओट मिल्क आदि पी सकते हैं।
ये भी पढ़ें- अप्रैल के महीने में कभी न खाएं ये 3 फूड्स
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।