International Women Day 2025: महिलाओं की सेहत को लेकर कई गलत धारणाएं समाज में मौजूद हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कुछ बातें सही और तथ्यों से मेल खाती हैं, तो वहीं कुछ बातें बिल्कुल ही फर्जी और बिना ठोस सबूतों के लोगों के बीच प्रचलित हैं। हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस साल इस खास मौके पर हम आपको महिलाओं और उनसे जुड़े कुछ हेल्दी फैक्ट्स के बारे में बताते हैं। रिपोर्ट में जानिए ये फैक्ट्स कितने सही हैं और कितने गलत।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
नोएडा के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्त्री रोग विभाग की एडिशनल डायरेक्टर डॉ. रीनू जैन बताती हैं कि सोसायटी में महिलाओं की सेहत को लेकर कई बातें चलती हैं, जैसे कि पीरियड्स में एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए जबकि ऐसा कुछ नहीं होता है। यह एक मिथक है, एक्सरसाइज करने से ब्लोटिंग, क्रैम्प्स और पीएमएस की समस्या में राहत मिलती है।
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कुछ अन्य मिथक
1. बर्थ कंट्रोल पिल से वेट गेन- यह भी काफी कॉमन मिथक है कि महिला अगर गर्भनिरोधक गोलियां खाती हैं, तो उससे उनका वजन बढ़ता है। हां, यह सही है कि इन गोलियों के कुछ दुष्प्रभाव होते हैं, जिससे उनकी सेहत पर असर पड़ता है। मगर इन पिल्स को खाने से ही सिर्फ वजन बढ़े, ऐसा मानना सही नहीं है।
2. पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज प्रेग्नेंसी में नहीं करनी चाहिए- जी हां, कई महिलाओं के बीच यह बात भी फैली हुई है कि गर्भावस्था में पेल्विक से जुड़ी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे लेबर पेन में बढ़ोतरी होती है। जबकि इसके विपरीत ऐसा करने से डिलीवरी में आसानी होती है।
3. 40 के बाद गर्भधारण न कर पाना- यह बिल्कुल ही गलत धारणा है। महिलाएं जबतक मेनोपॉज से नहीं गुजरतीं वे गर्भधारण कर सकती हैं। हां, ज्यादा उम्र होने पर कुछ परेशानियां हो सकती हैं लेकिन सही देखभाल से प्रेग्नेंसी प्लान की जा सकती है और यह सफल भी रहती है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।