Health News: क्या डिप्रेशन सिर्फ दिमागी परेशानी है या यह शरीर को भी नुकसान पहुंचाता है? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में पता चला कि डिप्रेशन सिर्फ मानसिक नहीं, बल्कि शारीरिक बीमारियों को भी बढ़ा सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, जिन लोगों को डिप्रेशन होता है, उनमें हाई ब्लड प्रेशर और जोड़ दर्द (ऑस्टियोआर्थराइटिस) जैसी बीमारियां 30% ज्यादा तेजी से होती हैं। इसका मतलब है कि अगर हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखेंगे, तो आगे चलकर हमें कई बड़ी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
डिप्रेशन से बढ़ती हैं शारीरिक बीमारियां
एक स्टडी के मुताबिक, जो लोग डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं, उनमें कुछ पुरानी बीमारियां, जैसे गठिया (ऑस्टियोआर्थराइटिस) और हाई ब्लड प्रेशर, 30% ज्यादा तेजी से हो सकती हैं। यह स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग, यूके के वैज्ञानिकों ने की। उन्होंने पाया कि मानसिक स्वास्थ्य का असर शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इसलिए सिर्फ डिप्रेशन का इलाज करना काफी नहीं है, बल्कि शारीरिक समस्याओं पर भी ध्यान देना जरूरी है। इस रिसर्च में 1.7 लाख से ज्यादा लोगों को 7 साल तक शामिल किया गया। नतीजों में पता चला कि डिप्रेशन से पीड़ित लोगों को औसतन 3 तरह की शारीरिक बीमारियां होती हैं, जबकि जो लोग डिप्रेशन में नहीं होते, उनमें यह संख्या 2 होती है।
डिप्रेशन से बढ़ती हैं नई बीमारियां
रिसर्च के नतीजों से पता चला कि डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में हर साल औसतन 0.2 नई बीमारियां जुड़ती हैं, जबकि बिना डिप्रेशन वाले लोगों में यह संख्या 0.16 होती है। यानी डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों में बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं। सबसे ज्यादा पाई जाने वाली नई बीमारियों में गठिया (15.7% बनाम 12.5%), हाई ब्लड प्रेशर (12.9% बनाम 12%) और पेट से जुड़ी समस्या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (13.8% बनाम 9.6%) शामिल थीं। इससे साफ होता है कि अगर किसी को पहले से डिप्रेशन है, तो भविष्य में उसके अन्य शारीरिक बीमारियों से ग्रसित होने की संभावना ज्यादा रहती है। रिसर्च में यह भी बताया गया कि धूम्रपान, ज्यादा वजन और कम शारीरिक गतिविधि जैसी आदतें इस समस्या को और बढ़ा सकती हैं। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का साथ में ख्याल जरूरी
शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी की स्वास्थ्य प्रणाली आमतौर पर हर बीमारी का अलग-अलग इलाज करती है, लेकिन डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य का साथ में ख्याल रखना जरूरी है। इस रिसर्च में 18% लोग पहले से ही डिप्रेशन से पीड़ित थे। इन लोगों में लगातार शरीर में दर्द, नींद न आना, जिंदगी में तनावपूर्ण घटनाएं, अकेलापन और मोटापा जैसी समस्याएं ज्यादा देखी गईं। रिसर्च में यह भी बताया गया कि अगर मानसिक स्वास्थ्य का सही तरीके से ध्यान रखा जाए, तो इन शारीरिक समस्याओं को कम किया जा सकता है और लोगों का संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।