Delhi Yamuna: यमुना नदी में अमोनिया का लेवल फिर से बढ़ गया है, जो दिल्ली के लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है। टाइम्स नाउ के रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को इसका लेवल 8 पीपीएम तक पहुंच गया, जो कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से भी संभाले जाने वाली स्थिती नहीं थी और 1 पीपीएम की सीमा से कहीं ज्यादा है। इससे पानी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है और दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए गंभीर हेल्थ का खतरा पैदा हो सकता है। लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है और इससे कौन सी हेल्थ समस्याएं हो सकती हैं? आइए जानते हैं…
कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
फोकस रहने की समस्याएं- उच्च अमोनिया का लेवल ब्रेन की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है।
त्वचा में जलन और चकत्ते- प्रदूषित पानी से नहाने या हाथ धोने से त्वचा में जलन, चकत्ते और इन्फेक्शन हो सकता है। यमुना के पानी में फॉस्फेट, डिटर्जेंट और अन्य हानिकारक केमिकल हाई लेवल हाई लेवल में होते हैं, जो एलर्जी का कारण बन सकते हैं या एक्जिमा जैसी मौजूदा त्वचा की स्थिति को और खराब कर सकते हैं।
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पेट से जुड़ी समस्याएं- दूषित पानी पीने से मतली, उल्टी और पेट दर्द हो सकता है और कई बार डाइजेशन सिस्टम पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
कैसे करें बचाव
नल का पानी सीधे न पिएं- अगर आप नगर निगम के पानी पर निर्भर हैं, तो पीने से पहले उसे उबाल लें। RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) वॉटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित ऑप्शन है।
अपने पानी की गुणवत्ता की जांच करें- अगर आपके पानी से बदबू आती है या वह धुंधला दिखता है, तो उसे पीने या खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करने से बचें। पानी की जांच करने वाली किट इसकी सेफ्टी टेस्ट करने में आपकी मदद कर सकती है।
नहाते समय सावधान रहें- यदि आपको नहाने के बाद त्वचा में जलन महसूस हो तो अपना चेहरा और सेंसिटिव अंगों को धोने के लिए बोतलबंद या शुद्ध पानी का इस्तेमाल करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।