कैंसर एक खतरनाक बीमारी है। इसके कई प्रकार होते हैं, जिनमें ब्रेस्ट कैंसर भी शामिल है। महिलाओं व पुरुषों दोनों को ही ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। मगर महिलाओं को इसका रिस्क ज्यादा होता है। देश में महिला कैंसर के मरीजों में दूसरे नंबर पर ब्रेस्ट कैंसर के है। पिछले 10 सालों में दुनियाभर में इसके मामले बढ़े हैं। ऐसे में हमें इसके लक्षणों को समझने की जरूरत होती है, ताकि बीमारी का शुरुआती स्टेज में ही पता लगाया जा सके और इलाज शुरू किया जा सके।
इस कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक करना भी आवश्यक है क्योंकि महिलाओं को इसे समझने में समय लगता है। इस रिपोर्ट में जानिए ब्रेस्ट कैंसर के बचाव के उपायों और संकेतों के बारे में।
ब्रेस्ट कैंसर के 5 संकेत
1. ब्रेस्ट में गांठ और सूजन
गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल के कैंसर विज्ञान सैंटर की चेयरपर्सन डॉ. तेजिंदर कटारिया ने बताया अगर आपको ब्रेस्ट या बगल के नीचे की त्वचा में कोई कठोर गांठ महसूस हो रही है और वह धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है, तो यह ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत हो सकता है।
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2. ब्रेस्ट के आकार में बदलाव
अगर आपकी ब्रेस्ट का आकार असामान्य तरीके से बदलने लगा है या बढ़ रहा है, तो यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण होता है। स्तनों के आस-पास की त्वचा सिकुड़ने लगे, तो आपको इस चेतावनी संकेत को भी समझने की जरूरत होती है।
3. निप्पल में बदलाव
अगर आपकी निप्पल अंदर की तरफ मुड़े हुए दिखाई दे रहे हैं या उसका स्थान बदलने लगे, तो यह सामान्य नहीं है। ब्रेस्ट से असामान्य डिस्चार्ज, खासकर खून आने लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह ब्रेस्ट कैंसर का सबसे आम संकेत होता है।
4. स्किन पर लालिमा या डिंपल
ब्रेस्ट की त्वचा पर लालिमा, रैशेज या संतरे की छिलके जैसी खुरदुरी बनावट आने लगे, तो यह भी एक गंभीर लक्षण हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर का।
5. दर्द
ब्रेस्ट में लगातार दर्द बना रहना, जो सामान्य हार्मोनल बदलावों से अलग हो, तो यह चिंता की बात है। स्तनों में बदलाव के साथ दर्द का लंबे समय तक बने रहना ब्रेस्ट कैंसर का साइन है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के 5 जरूरी टिप्स
हालांकि ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ हेल्दी आदतें अपनाकर इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है:
1. सेल्फ एग्जामिनेशन करें
मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, कैंसर केयर के निदेशक डॉ. कुमारदीप दत्ता चौधरी कहते हैं नियमित रूप से हर महीने ब्रेस्ट की खुद से जांच करें। किसी भी असामान्यता को इग्नोर न करें। यह सबसे आसान तरीका है बचाव का।
2. हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज
अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम फैट वाले भोजन का सेवन करें। साथ ही सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे वॉक, योग या साइकिलिंग करें।
3. शराब और धूम्रपान से बचें
शराब और तम्बाकू उत्पादों का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कई गुना बढ़ाता है, इसलिए इन चीजों के सेवन से दूरी बनाए रखें। खासतौर पर धूम्रपान महिलाओं के शरीर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
4. मैमोग्राफी कराएं
सभी 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को हर 1-2 साल में मैमोग्राफी करानी चाहिए। इससे कैंसर की शुरुआती स्टेजों में ही पहचान संभव हो जाती है।
5. गर्भनिरोधक गोलियां न खाएं
अगर आप 35 वर्ष से अधिक आयु की हैं, तो प्रेग्नेंसी पिल्स का सेवन न करें क्योंकि इनसे साइड-इफेक्ट्स से भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।
जरूरी सलाह
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव का सबसे सफल तरीका है जागरूकता और समय पर जांच करवाना। यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण को महसूस करती हैं, तो देर न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। याद रखें, सही समय पर पहचान और इलाज शुरू करने से ब्रेस्ट कैंसर को मात दी जा सकती है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।