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मैनहोल सफाई के दौरान होने वाली बीमारियों से बचाएगा बैंडीकूट रोबोट, इस राज्य में भी जल्द होगा लागू

नई दिल्ली: मैनहोल, सीवर वेल, स्टॉर्मवाटर मैनहोल, ऑयली वाटर सीवर यह कुछ ऐसी जगह हैं, जहां इंसान को सफाई करने में बहुत परेशानी होती है, क्योंकि यह सीमित स्थान हैं, जिनमें उतरकर सफाई करने वाले लोग कई बार स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं और उन्हें सांस लेने में भी समस्या होने लगती […]

Edited By : Bhoopendra Rai | Updated: Oct 11, 2022 16:33
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ROBOT
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नई दिल्ली: मैनहोल, सीवर वेल, स्टॉर्मवाटर मैनहोल, ऑयली वाटर सीवर यह कुछ ऐसी जगह हैं, जहां इंसान को सफाई करने में बहुत परेशानी होती है, क्योंकि यह सीमित स्थान हैं, जिनमें उतरकर सफाई करने वाले लोग कई बार स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं और उन्हें सांस लेने में भी समस्या होने लगती है।

इन सभी समस्याओं से अब बैंडीकूट रोबोट बचाएगा। यह ऐसी जगहों की सफाई आसानी और बेहद कम समय में करेगा।

महाराष्ट्र में जल्द लागू हो सकता है बैंडीकूट रोबोट सिस्टम

स्वच्छ महाराष्ट्र मिशन (सिविल) 2.0 के तहत अब बैंडीकूट रोबोट महाराष्ट्र के सभी नगर निगमों के सीवर की सफाई करेंगे। इसका ऐलान मुख्यमंत्री एकनाथ शिदे ने किया है। उन्होंने कहा कि मैनहोल को साफ करने के लिए बैंडीकूट रोबोट सिस्टम लागू किया जाए। इस ऐलान के बाद जल्द ही शहरी स्थानीय निकायों में मैनहोल की सफाई बैंडिकूट रोबोट करते दिख सकते हैं।

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बैंडीकूट रोबोट के बारे में जानिए

दरअसल, बैंडीकूट रोबोट दुनिया का पहला रोबोट मेहतर है, जिसे मेकइनइंडिया और स्वच्छ भारत पहल द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्टार्टअप जेनरोबोटिक्स द्वारा विकसित किया गया है। जून 2022 में IOCL ने आंतरिक टैंक की सफाई और उनकी रिफाइनरियों के निरीक्षण के लिए रोबोटिक उपकरण विकसित करने के लिए जनरोबोटिक्स के साथ हाथ मिलाया है।

बैंडीकूट रोबोट की खासियत क्या है?

बैंडीकूट रोबोट बेहद खास है। क्योंकि सभी प्रकार के सीमित स्थानों के लिए इसे डिज़ाइन किया गया है। फायरप्रूफ डिजाइन इसे रिफाइनरियों के लिए आदर्श बनाता है। ये सीवर मैनहोल, सीवर वेल, स्टॉर्मवाटर मैनहोल, ऑयली वॉटर सीवर (OWS) और स्टॉर्म वॉटर सीवर (SWS) जैसे सीमित स्थानों को साफ करने में मदद करता है।

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यहां उपयोग हो रहा बैंडीकूट

बैंडीकूट रोबोट वर्तमान में 16 राज्यों में उपयोग किया जा रहा है। इस रोबोट का लाभ बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अलावा टाउनशिप और हाउसिंग कॉलोनियां भी उठा रही हैं, क्योंकि जिससे मैनहोल में मानव प्रवेश की आवश्यकता समाप्त हो गई है। इंदौर, सूरत, वडोदरा जैसे भारत स्वच्छ शहर भी बैंडीकूट का उपयोग कर रही हैं। अब महाराष्ट्र भी इस लिस्ट में जल्द शामिल हो सकता है।

मजदूरों की जान बचाएगा रोबोट

हाल ही में यूपी के फरीदाबाद के एक अस्पताल के सीवर की सफाई के दौरान जहरीली गैस के कारण दम घुटने से चार सफाई कर्मियों की मौत हो गई है। और न जाने कितने ही ऐसे मामले पहले सामने आ चुके हैं। हालांकि अब बैंडीकूट रोबोट के आने से इन मैचों पर अंकुश लगेगा।

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First published on: Oct 11, 2022 03:00 PM

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