नई दिल्ली: दुनिया भर में कोविड -19 का पूरी तरह से सफाया नहीं हुआ है और नए मंकीपॉक्स के प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। इस बीच चीन में एक नए प्रकार के वायरस की सूचना मिली है। देश के आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को बताया कि हेनिपावायरस जिसे ‘लैंग्या’ हेनिपावायरस (एलवाईवी) के रूप में भी जाना जाता है ने अब तक पूर्वी चीन के हेनान और शेडोंग प्रांतों में 35 लोगों को संक्रमित किया है। संक्रमितों के गले के नमूनों में लंग्या वायरस पाया गया था।
यह वायरस ऐसे विषाणुओं के परिवार से ताल्लुक रखता है जो गंभीर संक्रमण की स्थिति में तीन चौथाई मनुष्यों को मारने के लिए जाने जाते हैं। हालांकि अब तक किसी भी ताजा मामले में मौत नहीं हुई है और ज्यादातर हल्के फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित मरीज हैं। फिलहाल लैंग्या वायरस के लिए कोई टीका या उपचार उपलब्ध नहीं है।
कैसे फैल रहा है ये वायरस?
पहले प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि लैंग्या वायरस को पहली बार 2019 में मनुष्यों में देखा गया था। इस साल हाल के मामलों में अधिकांश मामले सामने आए हैं। मेल ऑनलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीनी विशेषज्ञ अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी एंड एपिडेमियोलॉजी के नेतृत्व में किए गए शोध में शोधकर्ताओं ने कहा कि जनवरी और जुलाई 2020 के बीच महामारी के पहले वर्ष के दौरान लैंग्या वायरस का कोई संक्रमण नहीं पाया गया, उन्होंने कोविड -19 प्रसार का मुकाबला करने के लिए काम रोक दिया। हालांकि जुलाई 2020 के बाद से लंग्या वायरस के 11 और मामले पाए गए।
रोगियों में वायरस के लक्षणों पर नज़र रखने के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि सबसे आम बुखार था। इसके बाद खांसी (50 फीसदी), थकान (54 फीसदी), भूख न लगना (50 फीसदी), मांसपेशियों में दर्द (46 फीसदी) और उल्टी की प्रवृत्ति (38 फीसदी) रही। इसके अलावा चीनी शोधकर्ताओं को हेनान और शेडोंग प्रांतों में में इस वायरस के केस मिले हैं।