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Uttarakhand Weather: चमोली में भारी बर्फबारी शुरू, हेमकुंड साहिब के कपाट बंद, इतने फीट गिरी बर्फ

Uttarakhand Weather: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में भारी बर्फबारी (Heavy Snowfall in Chamoli) शुरू हो गई है। पहाड़ों पर चारों ओर बर्फ की चादर बिछ गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के पट बंद किए गए थे। पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्वेता चौबे ने बताया कि चमोली जिले […]

Author Edited By : Naresh Chaudhary Updated: Oct 9, 2022 13:34

Uttarakhand Weather: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में भारी बर्फबारी (Heavy Snowfall in Chamoli) शुरू हो गई है। पहाड़ों पर चारों ओर बर्फ की चादर बिछ गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के पट बंद किए गए थे। पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्वेता चौबे ने बताया कि चमोली जिले में रविवार को हिमपात हुआ है। करीब फीट से ज्यादा बर्फबारी हुई है।

10 अक्टूबर तक बंद रहेंगे हेमकुंड के पट

एसपी श्वेता चौबे ने बताया कि अधिक बर्फबारी को देखते हुए गोविंदघाट और घांघरिया में तीर्थयात्रा बंद कर दी गई है। वहीं श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र जीत बिंद्रा ने 7 सितंबर को जानकारी दी थी कि 10 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तक के लिए गुरुद्वारे के कपाट बंद किए जाएंगे।

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बता दें कि 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा इसी साल 22 मई को खोला गया था, जिसके बाद यहां 2 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे थे। हेमकुंड साहिब को उत्तराखंड का पांचवां धाम माना जाता है। यहां हर साल गर्मियों में दुनिया भर से लाखों भक्त आते हैं। गुरुद्वारा एक झील के किनारे है। ऐसा माना जाता है कि सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह ने यहां पर ध्यान लगाया था।

हिमालय के ऊपरी क्षेत्रों में भी जमकर हिमपात

जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में चीन सीमा के पास भारत की अंतिम चौकी दारमा घाटी में भी मंगलवार को भारी बर्फबारी हुई। रिकॉर्ड के मुताबिक यहां एक फुट से ज्यादा हिमपात हुआ है। इस बर्फबारी के कारण हिमालय के ऊपरी क्षेत्र के दारमा घाटी के 14 गांवों और व्यास घाटी के सात गांवों में ठंड बढ़ गई है।

तापमान में आई भारी गिरावट

वहीं निचले इलाकों में करीब 1 फुट और 17,500 फुट की ऊंचाई पर पहाड़ों में चार फुट से ज्यादा बर्फबारी हुई थी। दारमा घाटी से 10 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित ढाका और बिदांग चौकी में भी एक फुट से ज्यादा बर्फबारी हुई है। दोनों घाटियों (दारमा और व्यास) में लोगों ने पलती, पफर और अन्य फसलों की कटाई शुरू कर दी है।

वे नवंबर के पहले सप्ताह से घाटी के निचले हिस्सों में आ जाएंगे। समाचार एजेंसियों के मुताबिक निचली घाटी में भी भारी बारिश हो रही हैं। इस कारण 2 अक्टूबर को ज्योतिकांग, नाभिधांग, ओम पर्वत, आदि कैलाश और ब्यास घाटी के प्रसिद्ध पंचचुली चोटी में बर्फबारी शुरु हो गई है।

First published on: Oct 09, 2022 01:34 PM

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