नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान पुलिस “हिंसक” भाजपा प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला सकती थी, लेकिन सरकार ने संयम बरता। बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि भगवा पार्टी मंगलवार को अपने ‘नबन्ना अभियान’ के दौरान राज्य के बाहर से ट्रेनों में बम से लैस गुंडों को लेकर आई।
उन्होंने कहा कि पुलिस हिंसक बीजेपी प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला सकती थी, लेकिन पुलिस और सरकार ने संयम बरता। इस दौरान पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। बता दें कि, सीएम बनर्जी ने यह टिप्पणी पूर्वी मेदिनीपुर की प्रशासनिक बैठक में की है।
इस बीच भाजपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत राज्य “कानूनविहीन” और “दिवालिया” हो चुका है। पार्टी ने अपने सदस्यों की आवाज दबाने के लिए उन्हें “पुलिस यातना” देने के लिए बनर्जी पर भी निशाना साधा। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य के गृह सचिव को 19 सितंबर तक एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भाजपा समर्थकों को पार्टी के “नबन्ना अभियान” के हिस्से के रूप में हावड़ा में राज्य सचिवालय तक मार्च में शामिल होने से रोका गया था।
मंगलवार सुबह बीजेपी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं को कई जिलों में गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, लॉकेट चटर्जी, तापसी मंडल और दिबांकर घरामी सहित भाजपा के कई नेता शामिल हैं। हल्दिया और नंदीग्राम जैसे कई जगहों पर पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के वाहनों को रोका।