(अभिषेक कुमार, हाजीपुर)
बिहार के पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस और उनके भतीजे चिराग पासवान के बीच छिड़ा पारिवारिक विवाद गहरा गया है। बीते दिन हाजीपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने एक बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि पहले पार्टी टूटी, दिल टूटा, अब घर तोड़ने की तैयारी सुनियोजित तरीके से चल रही है। वह भी चाहते हैं कि अब शहरबनी से लेकर दिल्ली तक बंटवारा हो। पशुपति कुमार पारस ने यह बयान पारिवारिक पैतृक संपत्ति विवाद को लेकर दिया है। संपत्ति के बंटवारे को लेकर चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आया है।
भाभी अंगूठा लगाती, FIR पर साइन हैं, जांच हो
पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि 50 वर्ष से हमारी बड़ी भाभी वहीं रहती हैं, जिन्हें हम अपने बड़ी मां मानते हैं। हमारी पैतृक संपत्ति है, जिसमें हम तीनों भाई रहते हैं। हमारे परिवार सहित सभी लोगों का परिवार वहीं रहता है। यह राजनीतिक मतभेद है। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी है। हम इस पर विशेष बात नहीं करेंगे। घर की बात है और हम घर में ही रखेंगे। रामविलास पासवान जी की पत्नी पढ़ी-लिखी नहीं है और थाने में जो FIR हुई है, उसमें दस्तख्त कराकर भेज दिया गया है, जबकि वह अंगूठा लगती हैं, इसलिए यह जांच का विषय है।
3 भाई हैं और तीनों को उनका हिस्सा मिलना चाहिए
पशुपति कुमार पारस ने कहा कि जब जांच होगा तो सब कुछ पता चल जाएगा। बंटवारा होना चाहिए, हम इसके पक्ष में हैं। दिल्ली, पटना, खगड़िया, शहरबनी जहां पर भी जो भी है, उसका बंटवारा होना चाहिए। उनका जो हक बनता है, उन्हें मिलना चाहिए। हम 3 भाई हैं और तीनों भाई को हिस्सा मिलना चाहिए। रामविलास पासवान जी का जो हिस्सा है, वह भाभी मां को मिलना चाहिए। वह अपने हिस्सा में से भी उन लोगों को दे देंगे, उनके पति नहीं है। 50 वर्ष से मेरी जॉइंट फैमिली है। जब दल बंट गया तो दिल भी बंट गया। दल तो कभी जुड़ सकता है, लेकिन दिल कभी नहीं जुड़ सकता है।