Health Tips: शरीर के एक्टिव न रहने से आपकी हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ता है। इसके कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, जैसे की हार्ट की बीमारी, टाइप 2 डायबिटीज और स्ट्रोक जैसी पुरानी बीमारियां शामिल है। इसी तरह हाल ही में शारीरिक रूप से एक्टिव न रहने से कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है। इसके कारण एक नहीं बल्कि कई तरह के कैंसर खतरे का कारण बन सकता है। बायोलॉजिकल, फिजियोलॉजिकल और लाइफस्टाइल इसके कारण है, लेकिन ये यहीं तक सीमित नहीं हैं। इसके कारण वजन बढ़ता है और मोटापा खासकर के ट की चर्बी, एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन को बढ़ा सकती है, जिसे कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है।
कैसे कम करें कैंसर का खतरा
शारीरिक एक्टिविटी सूजन को कंट्रोल करने में भी मदद करती है। माना जाता है कि पुरानी सूजन डीएनए को नुकसान पहुंचा कर, असामान्य कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देकर और ट्यूमर को बढ़ाती है। एक्सरसाइज विशेष रूप से एरोबिक एक्सरसाइज, में एंटी -इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं. जो कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है।
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डॉ अशोक वैद बताते हैं कि शुरुआती कैंसर का इलाज सर्जरी और विकिरण के साथ किया गया था, जो सौ साल से अधिक पुरानी हैं। कीमोथेरेपी हार्मोन थेरेपी ने पिछले 50 सालों भीतर आए थेरेपी को लक्षित किया। टार्गेटेड थेरेपी और मोलकैकलर थेरेपी पिछले 10 सालों का तक रहा है। साइंस बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है लेकिन आज ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और कुछ कैंसर हैं में सर्जरी के एक लास्ट ऑप्शन होता है।
कैंसर के कारण
अगर आप एक्टिव नहीं रहते हैं, हेल्दी डाइट नहीं लेते हैं, धूम्रपान, या ज्यादा शराब का सेवन करते हैं, तो ये सभी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, खराब लाइफस्टाइल जैसे कि डेस्क पर बैठकर लंबे समय तक काम करना टेलीविजन देखना या इलेक्ट्रॉनिक चीजों का इस्तेमाल करना शामिल है। अक्सर ये चीजें मांसपेशियों को कमजोर बनाती है, जिसके कारण किसी भी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
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