बिहार: जद (यू) नेता आरसीपी सिंह ने शनिवार को मुस्तफापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है। आगे संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाने की बात कही है। इससे पहले जद (यू) ने पार्टी नेता आरसीपी सिंह को “उनके और उनके परिवार के नाम पर 2013-2022 से पंजीकृत अचल संपत्तियों में विसंगतियों” पर नोटिस जारी किया था। पार्टी ने उनसे जल्द से जल्द इस बारे में जवाब दाखिल करने को कहा है।
JD(U) issues notice to party leader RCP Singh over "discrepancies in immovable properties registered from 2013-2022 in his name and that of his family." The party has asked him to file his reply at the earliest. pic.twitter.com/bpbYinBQ99
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 6, 2022
बता दें कि आरपीसी सिंह यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी थे। उन्होंने 2010 में वीआरएस ले लिया था। वे 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव के पद पर तैनात रहे थे। नीतीश कुमार उनके आईएएस के तौर पर किये गए कार्यो से प्रभावित थे।। नीतीश जब रेल मंत्री बने तो उन्होंने आरपीसी सिंह को अपना विशेष सचिव बना लिया था।
वहीं, जेडीयू से आरसीपी सिंह के इस्तीफा के बाद जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा है की आरसीपी सिंह जानते थे की जेडीयू करप्शन पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाती है। इसलिए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि जहां तक नीतीश पर बोलने का सवाल है तो जो अपराध करता है वो बचने के लिए दूसरो पर आरोप लगाता ही है।