संसद में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने सोलहवीं सदी के राजपूत शासक राणा सांगा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राणा सांगा गद्दार थे। उनके इस बयान के बाद संसद के भीतर से लेकर बाहर तक इसका विरोध शुरू हो गया। बीजेपी ने रामजीलाल के बयान को न सिर्फ राजपूतों बल्कि पूरे हिंदू समुदाय के लिए अपमान बताया। राजस्थान से लेकर यूपी तक उनके बयान को लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है। उत्तरप्रदेश की कुंडा सीट से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने इस मामले को लेकर एक इंटरव्यू दिया। आइये जानते हैं उन्होंने इस मुद्दे पर क्या कुछ कहा?
100 से अधिक युद्धों में रहे विजयी
राणा सांगा मां भारती के सच्चे सपूत हैं। उन्होंने 100 से अधिक से युद्ध किए। जिसमें वे विजयी रहे। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी जान की बाजी लगा दी। कुंडा विधायक ने कहा कि आप किसी भी विद्यालय में चले जाएं तो वीरों की लिस्ट में पहला नाम राणा सांगा का ही होगा। जब संसद में रामजीलाल कह रहे थे तो मुझे विश्वास नहीं हुआ कि उन्होंने इस प्रकार की टिप्पणी राणा सांगा के बारे में की है। कड़े से कड़े शब्दों उनके इस बयान का विरोध किया जा सकता है।
सांगा ने राजस्थान को एकसूत्र में बांधकर रखा
राजा भैया ने कहा कि कहीं न कहीं उनके मन में तुष्किरण का ख्याल रहा होगा। महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज को ऐसा वर्ग है जो पसंद नहीं करता है और अगर हम उनके खिलाफ इस प्रकार की टिप्पणी करेंगे तो हो सकता है कि वह वर्ग हमारे साथ और ज्यादा तेजी से जुड़े। इस बयान के पीछे यही एक मानसिकता हो सकती है। राजा भैया ने कहा कि राणा सांगा ने पूरे राजस्थान को एकसूत्र में बांधकर रखा। महाराणा सांगा का भारत के इतिहास में बड़ा योगदान है। कुंडा विधायक ने कहा कि इस बयान के बाद मुझसे हर वर्ग के लोगों ने आकर इस बयान पर अपना विरोध दर्ज कराया है।
ये भी पढ़ेंः फिल्म देख ‘मुस्कान’ बनी हसीन दिलरुबा, ‘विक्रांत मैसी’ की जगह चुना विलेन
बाहरी आक्रांताओं ने आकर लूटा
कुंडा विधायक ने कहा कि इस प्रकार का बयान देने की जरूरत नहीं है। जितने भी आक्रांता है उन्होंने भारत को आकर लूटा। उन्होंने हमारे धर्मस्थलों को नष्ट किया। उन्होंने हिंदुओं पर जजिया जैसे कर लगाए। ऐसे में उनके इस प्रकार के बयान का लोगों में विरोध होगा। इसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ेगा। बाहुबली विधायक ने कहा कि तुष्टिकरण के चलते हमारे महानायकों को खलनायक और गद्दार कहा जाता है। देश का दुर्भाग्य है कि औरंगजेब जैसे मुगल आक्रांताओं और बर्बर शासकों को महिमामंडन किया जा रहा है। इस कारण कुछ लोग अपने महानायकों को छोटा दिखाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इतिहास का पुनर्लेखन किया जाए।
ये भी पढ़ेंः सौरभ-मुस्कान की बेटी की हालत कैसी? नाना-नानी के पास नहीं अब उसके सवालों के जवाब