नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 7 NITI Aayog Meeting में 2023 में भारत के G20 प्रेसीडेंसी के बारे में बात की। पीएम बोले की इस बैठक के दौरान हमें दुनिया को यह दिखाने का एक अनूठा अवसर है कि भारत केवल दिल्ली ही नहीं है। बल्कि भारत देश का हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश है।
Cooperative federalism helped India emerge from COVID pandemic: PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) August 7, 2022
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पीएम मोदी ने कहा कि हमें G20 के लिए एक जन आंदोलन खड़ा करना चाहिए। इससे हमें देश में उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं की पहचान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से अधिकतम संभव लाभ प्राप्त करने के लिए राज्यों में G20 के लिए एक समर्पित टीम होनी चाहिए।
हर राज्य ने निभाई भूमिका
पीएम ने आगे कहा कि COVID-19 की चुनौती से राज्य सरकारों के सहकारी संघवाद की भावना व सामूहिक प्रयासों ने ही भारत को इस महामारी से उभरने में मदद की। पीएम ने कहा, “हर राज्य ने अपनी ताकत के अनुसार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और COVID के खिलाफ भारत की लड़ाई में योगदान दिया। इससे भारत विकासशील देशों के लिए एक वैश्विक नेता के रूप मेंउभर कर सामने आया।
पहली बार भारत में
G20 प्रेसीडेंसी के बारे में बोलते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा G20 प्रेसीडेंसी एक महान अवसर और एक बड़ी जिम्मेदारी प्रस्तुत करता है। G20 के इतिहास में पहली बार भारत न केवल दिल्ली में लेकिन हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में G20 बैठकों की मेजबानी करेगा।
शिक्षा नीति सफल
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बैठक में सीखने के परिणामों, शिक्षकों के क्षमता निर्माण और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई कई पहलों पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्यों को धन्यवाद दिया और आगे समर्थन का अनुरोध किया।